प्रतापगढ़. अस्पताल में काम करने वाली एक दलित युवती की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. नाइट ड्यूटी के दौरान उसकी मौत हुई है. घटना के बाद ग्रामीणों ने रेप और हत्या का आरोप लगाकर सड़क पर जमकर प्रदर्शन किया. पुलिस बल तैनात होने के बावजूद ईंट-पत्थर फेंके गए, जिससे सीओ विनय घायल हो गए. जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज की. वहीं विधायक ने पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं. विधायक का भी आरोप है कि पुलिस ने आज दोपहर तक FIR दर्ज नहीं की है. पुलिस पर मृतक के परिजनों ने अस्पताल को बचाने का भी आरोप लगाया है.
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बता दें कि पूरा मामला प्रतापगढ़ के दुर्गागंज के मां मल्टीस्पेशलिटी क्लिनिक का है. जहां बीती रात एक युवती ड्यूटी करने के लिए गई थी और उसकी संदिग्ध मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. उसके बाद लोगों ने प्रदर्शन किया. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची. इस दौरान परिजन और ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी की बात पर अड़े रहे.
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इस दौरान गुस्साए लोगों ने पुलिस पर लाठीचार्ज किया. ग्रामीणों का आऱोप है कि पुलिस ने हॉस्पिटल का फेवर नहीं करती तो बवाल नहीं होता. तहरीर देने पर परिजनों को पुलिस ने थाने से भगाया. वहीं इस मामले में विधायक ने भी आऱोप लगाया कि पुलिस ने बेवजह लाठीचार्ज किया, जिसकी वजह से लोग भड़के. कल की घटना के बाद भी आज दोपहर तक FIR दर्ज नहीं की. संवेदनशील मामलों में तुरंत FIR दर्ज करने के आदेश हैं.
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