चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा से 50 बमों का सोर्स जानने के लिए बाजवा से लंबी पूछताछ हुई है। करीब 5.25 घंटे तक पूछताछ के बाद भी। अब अपने सोर्स पुलिस को नहीं बताए। बाजवा दोपहर 2.35 बजे पुलिस जांच में शामिल होने के लिए थाने के अंदर गए और देर सायं लगभग 8 बजे बाहर आए। बाजवा के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेसी साइबर थाने पहुंचे थे। पुलिस ने सभी कांग्रेसी नेताओं को थाने के बाहर ही रोक दिया।
बाजवा ने कहा कि पंजाब सरकार इस विषय को मुद्दा बना दी है। इसे राजनीतिक विषय नहीं बनाना चाहिए। उन्हें कहा कि पुलिस उनसे बम आने की जानकारी के सोर्स के बारे में ही पूछताछ करती रही पर वह अपना सोर्स नहीं बता सकते हैं। इससे पूर्व, उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करवाने के लिए सुबह हाईकोर्ट में याचिका दायर की जिसमें उन्होंने कहा कि मेरे बयान को तोड़- मरोड़कर पेश किया गया।

गिरफ्तारी की थी आशंका
कांग्रेसी नेताओं को यह आशंका थी कि बाजवा की गिरफ्तारी हो सकती है यही कारण है कि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता थाने के सामने पहुंचे थे। इतना ही नहीं खाने पीने की सामग्री के साथ उन्होंने वहां रुकने का भी फैसला कर लिया था।
- ‘पूरा खोल दिया पाशा!’, मोहम्मद सिराज ने टीम इंडिया को दिलाई जीत तो झूमे असदुद्दीन ओवैसी, हैदराबादी अंदाज में दी बधाई
- प्रत्यय अमृत बने बिहार के नए मुख्य सचिव, अधिसूचना जारी
- अशोक पटवा बने वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रमण संघ रायपुर के नए अध्यक्ष
- MP Transfer Breaking: 5 आईएएस अफसरों के तबादले, 4 अधिकारियों को मिली अतिरिक्त जिम्मेदारी, यहां देखें सूची
- बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदल रही तस्वीर: संभाग के 130 स्वास्थ्य संस्थानों को मिला राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणन, 33 विशेषज्ञ डॉक्टरों सहित 450 से अधिक चिकित्सा स्टाफ की हुई नियुक्ति, 291 पदों पर भर्ती जारी