चंडीगढ़
: पंजाब में एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के समर्थकों की कथित व्हाट्सएप चैट वायरल होने के बाद यह मामला सामने आया है। हालांकि, इस चैट की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की गई है। ‘अकाली दल व औद्योगिक पंजाब दे’ नामक व्हाट्सएप ग्रुप में 600 से अधिक लोग जुड़े हैं, जिसमें कथित तौर पर पंजाब के प्रमुख नेताओं की हत्या की साजिश रची जा रही है। इस साजिश में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, बिक्रम सिंह मजीठिया और पलविंदर सिंह तलवाड़ा को निशाना बनाने की योजना का जिक्र है।


केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने रविवार को आरोप लगाया कि ‘वॉरिस पंजाब दे’ संगठन से जुड़े कुछ समर्थक उनकी और पंजाब के अन्य नेताओं की हत्या की साजिश रच रहे हैं। बिट्टू ने दावा किया कि सोशल मीडिया पर लीक हुए चैट स्क्रीनशॉट्स से इस साजिश का खुलासा हुआ है। एक बयान में बिट्टू ने कहा कि केंद्र सरकार ने ‘वॉरिस पंजाब दे’ के नेताओं द्वारा रची गई इस साजिश का गंभीरता से संज्ञान लिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे समूहों की गतिविधियां पंजाब को उसके अंधेरे अतीत की ओर धकेल रही हैं।


वायरल व्हाट्सएप चैट में खडूर साहिब सांसद अमृतपाल सिंह की राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत हिरासत को एक साल और बढ़ाने के फैसले के बाद बिट्टू और अमित शाह को निशाना बनाने की बात सामने आई है। बता दें कि पंजाब सरकार ने हाल ही में अमृतपाल की नजरबंदी को एक साल और बढ़ा दिया है। 32 वर्षीय अमृतपाल वर्तमान में असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। उन्हें 23 अप्रैल, 2023 को गिरफ्तार किया गया था और तब से NSA के तहत हिरासत में रखा गया है।