कुंदन कुमार/पटना: जन सुराज प्रदेश कार्यक्रम में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत किशोर के अलावा प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती भी मौजूद रहे. प्रेस वार्ता में दोनों गठबंधनों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में विपक्ष कोई नहीं है. विपक्ष वाले भी सत्ता में आने का इंतजार करते रहते हैं और जनता के प्रति विपक्ष की जो भूमिका होती है, उसे नहीं निभाया जा रहा है. तीन बड़े जनता से जुड़े हुए मुद्दे उन मुद्दों की सच्चाई पार्टी बात होगी. पहला मुद्दा जातीय जनगणना का विषय है. बिहार में जातीय जनगणना करने वाली सरकार जनता को फायदा नहीं पहुंचाना चाहती थी. उन्होंने कहा कि उनका मकसद जातीय जनगणना के आधार पर बिहार में जातीय उन्माद फैलाना था.
‘कितने लोगों को दिया गया पैसा’
34% लोग जाति जनगणना में गरीबी रेखा से नीचे हैं. 5% से कम दलित पिछड़ा समाज के लोग 12वीं क्लास तक पहुंच पाते हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से मेरी मांग है कि एनडीए की सरकार बिहार और केंद्र में है. केंद्र सरकार से बिहार में जो आरक्षण बढ़ाने की मांग की थी, उस पर क्या हुआ वह बताएं. वहीं, उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष भी इसका जवाब दें. 94 लाख परिवार को रोजगार सहायता के लिए ₹200000 किस्त पर देना था, कितने लोगों को दिया गया घोषणा के 2 साल में? प्रशांत किशोर ने कहा कि अभी तक एक भी परिवार के सदस्यों को ₹1 भी नहीं दिया गया है. 39 लाख लोगों को घर बनाने के लिए 120000 परिवार को पैसा देना था, 39 लाख लोगों में से कितने लोगों को अभी तक पैसा दिया गया?
‘सरकारी खर्च पर लोग जुटाए जा रहे हैं’
वहीं, प्रधानमंत्री के बिहार आगमन पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री 24 तारीख को मधुबनी में आ रहे हैं, सरकारी खर्च पर लोग जुटाए जा रहे हैं. उन्होंने केंद्र और बिहार सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार बताएं जातीय जनगणना पर केंद्र की सोच क्या है? प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने 10 साल में ठगी का काम दलित महादलित के नाम पर किया गया है. नीतीश कुमार ने 2006 में महादलित मिशन के नाम पर 3 डिसमिल जमीन देने की घोषणा की थी, जहां 2 लाख 34000 परिवार को तीन डिसमिल जमीन अभी तक दी गई है. केंद्र सरकार के प्लैनिंग कमिशन की कमेटी की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. 234000 परिवार में से 120000 परिवार को जमीन का पोजीशन नहीं दिया गया है.
‘घर-घर में लड़ाई हो गया है’
50 लाख परिवार को इस योजना का लाभ बिहार में मिलना चाहिए था. बिहार में भूमि सुधार सर्वे 2013 से शुरू है, जबकि दूसरे राज्यों का उदाहरण है. 2 से 5 साल का अवधि इस कार्य को पूरा करने का होता था. बिहार में 2 साल में मात्र 20% जमीन का सर्वे हुआ है, बिहार में मात्र अभी तक 20% जमीन का सर्वे और डिजिटाइजेशन हुआ. बिहार में जमीन सर्वे का नतीजा है, घर-घर में लड़ाई हो गया है. बिहार में सरकार का आंकड़ा है, 60% हत्या का कारण जमीन सर्वे से हुआ है. सर्वे के कारण राज्य के सीईओ धन उगाही का एक बड़ा माध्यम बन चुके हैं. उन्होंने कहा कि मेरे सवालों पर श्वेत पत्र जारी बिहार सरकार जारी करे. सरकार को इन विषयों के लिए एक महीने का समय दिया जा रहा है.
राज्यपाल और मुख्यमंत्री को सौंपेंगे हस्ताक्षर
11 मई से 11 जून तक एक करोड़ लोगों का हस्ताक्षर इन तीन मुद्दों पर लेकर राज्यपाल और मुख्यमंत्री को हस्ताक्षर सौंपेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार हमारे सवालों का जवाब नहीं देती है, तो विधानसभा के अंतिम सत्र में पूरी ताकत के साथ विधानसभा घेराव जन सुराज करेगी. वक्फ बिल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल में कही नहीं बताया गया है कि अगर कोई वक्फ गलत जमीन लिया है, तो सरकार उसे वापस लेकर गरीबों की मदद कैसे करेगी? CA और एनआरसी में गृह मंत्री बताएं कितने कार्रवाई अभी तक किए गए? बंगाल चुनाव में सिर्फ फायदा लेने के लिए यह कानून लाया गया था. जनसंख्या नियंत्रण कानून पर जन सुराज का वैज्ञानिक तर्क है, केरल में मुस्लिम महिलाओं की प्रजनन क्षमता बिहार की महिलाओं की प्रजनन क्षमता से कम है.
‘बिहार में सुखा नशा फैल गया है’
महिलाओं को शिक्षित किए बगैर यह नियंत्रण संभव नहीं है. मुसलमान को जनसंख्या बढ़ाने के लिए बार-बार दोषी ठहराया जाता है. वहीं, उन्होंने कहा कि 2014 से नरेंद्र मोदी बिहार आ रहे है. बिहार के गरीब का पैसा लगाकर बिहार में उनका स्वागत किया जाता है. 2014 में नरेंद्र मोदी ने कहा था बिहार में चीनी मिल चालू हो जाएगा, तो चाय पीने आऊंगा क्या हुआ? आरा के जनसभा में कहा था 1 लाख 20000 हजार करोड़ बिहार को सहायता करने के लिए कितना पैसा दिया? वही बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर उन्होंने कहा कि मैं शराबबंदी कानून का विरोध नहीं करता हूं. गंदा शराबबंदी कानून है, उसका विरोध करता हूं. बिहार में शराबबंदी कानून और घर-घर शराब मिलता है. बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद सुखा नशा शुरू हो गया है, पंजाब की तरह बिहार में सुखा नशा फैल गया है.
ये भी पढ़ें- Bihar News: रेलवे स्टेशन पर ही प्रेमी ने भर दी प्रेमिका की मांग, फिर शुरू हुआ…
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें