अमृतसर. हैप्पी पासिया, जिसे हाल ही में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था, के मामले में एफबीआई निदेशक काश पटेल ने हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी के संबंध में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर इसका जिक्र करते हुए खुलासा किया कि हैप्पी पासिया, जो अमेरिका में अवैध रूप से रह रहा था, एक विदेशी आतंकी गिरोह का हिस्सा है और उस पर भारत व अमेरिका के पुलिस स्टेशनों पर हमलों की साजिश रचने का संदेह है।

इस मामले की एफबीआई की सैक्रामेंटो यूनिट ने स्थानीय अमेरिकी एजेंसियों और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय कर गहन जांच की। एफबीआई प्रमुख ने कहा, “सभी एजेंसियों के बीच समन्वय शानदार था। हम न्याय सुनिश्चित करेंगे। एफबीआई हिंसा फैलाने वालों को ढूंढता रहेगा, चाहे वे कहीं भी हों।”

एफबीआई का यह बयान दर्शाता है कि अमेरिका और भारत दोनों आतंकवाद और हिंसक साजिशों के प्रति गंभीर हैं और ऐसे तत्वों के खिलाफ साझा रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसकी ताजा मिसाल हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी है। उम्मीद है कि हैप्पी पासिया को जल्द भारत लाया जाएगा ताकि उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो सके।


14 से अधिक आतंकी घटनाओं में शामिल

वह पंजाब में 14 से अधिक आतंकी घटनाओं में शामिल है, जिनमें पुलिस स्टेशनों पर ग्रेनेड हमले भी शामिल हैं। अमेरिका में उसकी नजरबंदी के बाद, भारत उसकी प्रत्यर्पण की संभावना पर काम कर रहा है। उसकी गतिविधियों की जांच चंडीगढ़ पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं।

कुछ महीने पहले, पंजाब पुलिस ने हैप्पी पासिया गैंग के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इन्होंने फतेहगढ़ चूरियां रोड पर बम धमाके की घटना को अंजाम दिया था। आतंकियों की पहचान लवप्रीत सिंह, करनदीप सिंह और बूटा सिंह के रूप में हुई। इनसे एक एके-47, कुछ जिंदा कारतूस, एक ग्लॉक पिस्टल और दो 30 बोर पिस्टल भी बरामद किए गए।

चंडीगढ़ और पंजाब में ग्रेनेड हमलों में शामिल

  • 11 सितंबर 2024: चंडीगढ़ के सेक्टर-10 स्थित कोठी नंबर 575 पर ग्रेनेड हमला हुआ। यहां रोहन और विशाल मसीह नाम के दो युवकों ने ग्रेनेड फेंका और फरार हो गए। अमेरिका स्थित आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया ने सोशल मीडिया के जरिए हमले की जिम्मेदारी ली। आतंकी हरविंदर रिंदा ने आरोपियों को हथियार मुहैया कराए थे।
  • 24 नवंबर 2024: अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन के बाहर आरडीएक्स लगाया गया, हालांकि यह फटा नहीं। हैप्पी पासिया ने इसकी जिम्मेदारी ली। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से ग्रेनेड बरामद किए।
  • 27 नवंबर 2024: अमृतसर के गुरबख्श नगर में एक बंद पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फटा। यह हमला भी बंद चौकी पर हुआ।
  • 2 दिसंबर 2024: नवांशहर के काठगढ़ पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड धमाका हुआ। इस मामले में पुलिस ने तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से हथियार बरामद किए।
  • 4 दिसंबर 2024: जब मजीठा थाने में ग्रेनेड फटा, तो पुलिस ने इसे हमला मानने से इनकार कर दिया। पुलिस ने बताया कि साइकिल का टायर फटा था।
  • 13 दिसंबर 2024: गुरदासपुर के अलीवाल बटाला पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड धमाका हुआ। हैप्पी पासिया और उसके साथियों ने इस घटना की जिम्मेदारी ली। यह घटना भी रात के समय हुई।
  • 17 दिसंबर 2024: अमृतसर के इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमला किया गया। पहले पुलिस ने इसे धमाका मानने से इनकार किया। बाद में डीजीपी स्वयं अमृतसर पहुंचे और उन्होंने माना कि यह आतंकी घटना थी और एक बम फटा था।
  • 18 दिसंबर 2024: गुरदासपुर जिले की बख्शीवाल चौकी पर धमाका हुआ। उस ऑटो पर ग्रेनेड फेंका गया, जिसे जब्त कर चौकी पर खड़ा किया गया था। हमले के आरोपी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। आरोपियों की पहचान वरिंदर सिंह, गुरविंदर सिंह और जसनप्रीत सिंह के रूप में हुई।
  • 23 दिसंबर 2021: लुधियाना कोर्ट परिसर में धमाका हुआ, जिसमें बाथरूम की दो दीवारें ढह गईं और काफी वित्तीय नुकसान हुआ। इस मामले की जांच एनआईए ने की थी। चार्जशीट में एजेंसी ने सुरमुख, दिलबाग, हरप्रीत और राजनप्रीत को आरोपी बनाया था।