Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी वारदात को 72 घंटे पूरे हो गए हैं। इन 72 घंटों में 26 पर्यटकों की हत्या (26 tourists killed) करने वाले 5 आतंकियों का सुरक्षाबलों को कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। मशहूर टूरिस्ट स्पॉट बैसरन घाटी में जंगल की तरफ से आए आतंकियों ने गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। 10 से 15 मिनट में 26 लोगों को मार दिया। फिर वापस जंगल में गायब हो गए। चश्मदीदों ने बताया कि इस हत्याकांड को 5 आतंकियों ने अंजाम दिा था।इनमें तीन लोकल और दो विदेशी थे। भारतीय सेना पिछले तीन से लगातार सर्च अभियान चला रही है। बावजूद इसके पहलगाम के गुनहगारों का अबतक कोई सराग नहीं मिला है। ऐेसे में सवाल उठने लगा है कि आखिर वे लोग कहां गायब हुए?
चश्मदीदों के मुताबिक पहले फायरिंग जंगल की ओर से ही शुरू हुई। इसलिए वहां मौजूद टूरिस्ट सबसे पहले आतंकियों का निशाना बने। जंगल से गुजरने वाला ये रास्ता पहाड़ों से होते हुए त्राल और किश्तवाड़ से कनेक्ट होता है। ये दोनों जिले आतंकवाद का गढ़ रहे हैं। आतंकी त्राल के जंगलों से आए थे। पहलगाम से त्राल का सड़क से रास्ता करीब 55 किमी है, लेकिन जंगल के रास्ते ये दूरी करीब 20 किमी रह जाती है। आतंकियों ने इसी का फायदा उठाया।

इंटेलिजेंस एजेंसियों के मुताबिक आतंकियों को लोकल सपोर्ट मिल रहा था। बिना इसके इतना बड़ा हमला नहीं हो सकता। अनंतनाग पुलिस और जांच कर रहीं एजेंसियां अब तक 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी हैं। इनमें घाटी तक टूरिस्ट को ले जाने वाले गाइड, घोड़ेवाले, चाय-मैगी बेचने वाले, एक्टिविटी कराने वाले और दुकानदार शामिल हैं। इन सभी से कहा गया है कि जांच चलने तक उन्हें मीडिया से बात नहीं करनी है।
बच्चों को कंधे पर उठाकर भागे, गाइड सज्जाद का वीडियो वायरल
हमले के वक्त का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कश्मीरी शख्स एक बच्चे को कंधे पर उठाकर भाग रहा है। ये पहलगाम के सज्जाद अहमद भट हैं। सज्जाद बताते हैं, ‘मैं टूरिस्ट गाइड हूं। शॉल भी बेचता हूं। हमला हुआ, तब घर पर था। पता चला कि बैसरन घाटी में अटैक हुआ है। कई लोग घायल हैं।’‘मैं तुरंत वहां पहुंचा। वहां लोग भाग रहे थे। वे घबराए हुए थे। पानी मांग रहे थे। मैंने उन्हें पानी पिलाया। वहां और भी लोकल लोग मौजूद थे। हमारे पास घायलों को नीचे लाने का कोई साधन नहीं था। इसलिए हमने उन्हें कंधे पर बिठाया और नीचे की ओर भागे। 10-15 लोगों को घोड़े पर हॉस्पिटल ले गए। तभी किसी ने मेरा वीडियो बना लिया और वो वायरल हो गया।
हमले में शामिल एक आतंकी अनंतनाग का
हमले में शामिल आतंकी आदिल हुसैन अनंतनाग का रहने वाला है। सूत्रों के मुताबिक आदिल 2018 में पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग लेने गया था। अंदेशा है कि वो नवंबर या दिसंबर 2024 में पुंछ या राजौरी से सटे बॉर्डर से घुसपैठ कर कश्मीर में घुसा है। ये भी पता चला है कि वो पहाड़ियों में काफी समय तक छिपा रहा। सुरक्षा एजेंसियों ने आदिल समेत तीन आतंकियों के स्केच जारी किए हैं।
सरकार ने माना सुरक्षा में चूक हुई
केंद्र सरकार ने गुरुवार को माना कि पहलगाम हमले में सुरक्षा में चूक हुई है। सर्वदलीय बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि IB और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने मीटिंग में विपक्षी नेताओं को सुरक्षा में हुई चूक के बारे में जानकारी दी। विपक्ष ने कहा कि वे सरकार के साथ हैं। मीटिंग के बाद राहुल गांधी ने कहा कि हर एक्शन पर सरकार को पूरा सपोर्ट है। राहुल कश्मीर पहुंचे हैं। वे अनंतनाग में हमले में घायल हुए लोगों से मिलने जाएंगे।
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