सुधीर सिंह राजपूत, मिर्जापुर. सदर तहसील क्षेत्र के ददरी खुर्द में प्रस्तावित थर्मल पावर प्रोजेक्ट के विरोध में अब नेशनल हॉकर्स फेडरेशन भी उतर आया है. कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपे जाने के बाद इस पावर प्रोजेक्ट को पर्यावरण एवं जनस्वास्थ्य विरोधी कदम करार दिया है. तत्काल इसे निरस्त करने और पर्यावरण एवं जनस्वास्थ्य की रक्षा संबंधी हवाला देते राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है.

दरअसल, मिर्जापुर के सदर तहसील अन्तर्गत ददरी खुर्द गांव में अडानी समूह थर्मल पावर प्रोजेक्ट लगा रहा है. इसे लेकर 11 अप्रैल को गुपचुप जनसुनवाई भी हो चुकी है. जिस पर सवाल खड़े करते हुए विरोध में उतरे किसानों, ग्रामीणों और इससे प्रभावित होने वाले लोग जो पिछले एक दशक से संघर्ष करते हुए आएं हैं, उन्होंने कहा था कि कंपनी पावर के बल पर उन्हें और जंगल को नष्ट करने पर तुली है. फेडरेशन ने कहा है कि ददरीखुर्द क्षेत्र में प्रस्तावित थर्मल पावर प्लांट न केवल क्षेत्र के प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ेगा, बल्कि स्थानीय नागरिकों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर संकट पैदा करेगा.

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खत्म हो जाएगा स्वस्थ वातावरण

इस परियोजना से उत्सर्जित राख, कार्बन, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड आदि प्रदूषक तत्व वायुमंडल को विषैला बना देंगे, जिससे सांस संबंधी रोग, त्वचा रोग, जल स्रोतों का दूषित होना, वनों की क्षति और कृषि योग्य भूमि का बर्बाद होना तय है. मां विंध्यवासिनी धाम मार्ग, जो एक श्रद्धा और सांस्कृतिक आस्था का केंद्र है, उस मार्ग पर स्थित पेड़-पौधे और वातावरण भी इस परियोजना की चपेट में आकर दुर्बल हो जाएंगे. इस प्रोजेक्ट के चलते स्थानीय पर्व, मेले, धार्मिक आयोजन और पर्वतीय पर्यटन स्थलों की गरिमा और स्वस्थ वातावरण खत्म हो जाएगा.