Rajasthan News: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से व्यथित होकर इस वर्ष 3 मई को अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला लिया है। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से भी अपील की है कि वे इस दिन को केवल रक्तदान शिविर और जनसेवा जैसे कार्यों तक ही सीमित रखें, और किसी प्रकार का उत्सव न करें।

गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, “पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले ने पूरे देश को भीतर तक झकझोर दिया है। जो लोग परिवार के साथ कुछ सुखद पल बिताने गए थे, उनके लिए यह यात्रा जीवन भर का दुख बन गई। जिन परिवारों ने अपनों को अपनी आंखों के सामने खो दिया, उनकी स्थिति सोचकर ही मन विचलित हो उठता है।”

उन्होंने आगे कहा, “ऐसे समय में मैंने यह तय किया है कि इस बार अपना जन्मदिन नहीं मनाऊंगा। मैं अपने सभी समर्थकों और कार्यकर्ताओं से भी आग्रह करता हूं कि इस दिन कोई जश्न न करें, बल्कि इसे सेवा और संवेदना का अवसर बनाएं। यही दिवंगत आत्माओं के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी किया था स्वागत से इनकार

गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी जयपुर दौरे के दौरान किसी भी स्वागत कार्यक्रम में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। वह “संविधान बचाओ रैली” को संबोधित करने आए थे, लेकिन आतंकी हमले के विरोध में उनका कोई सार्वजनिक अभिनंदन नहीं किया गया। कांग्रेस की ओर से मंच पर उन्हें केवल सूत की माला पहनाई गई और संविधान की प्रति भेंट की गई।

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