Rajasthan News: राजस्थान सरकार के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने शनिवार को दौसा में जन स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय के लोकार्पण कार्यक्रम में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए बड़ा बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि नरेगा योजना में पहले हर साल करीब ₹1200 करोड़ का घोटाला होता था, जिसे मौजूदा सरकार ने डेढ़ महीने में ही रोक लिया है।

अधिकारी अगर काम नहीं करेंगे तो सजा तय है

मीणा ने स्पष्ट कहा, अगर कोई अधिकारी जनता का काम नहीं करेगा, तो उसे 48 डिग्री तापमान में दौड़ लगवाना मेरी जिम्मेदारी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक चार अधिकारियों को सस्पेंड किया जा चुका है, और आगे भी गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जन संवाद की वकालत करते हुए मंत्री ने कहा, अगर हमसे या हमारे किसी विधायक से कोई गलती हो रही है, तो आप खुलकर बताइए। लोकतंत्र में यह आपका अधिकार है। मैं बुरा नहीं मानूंगा।

जातिवाद से ऊपर उठकर सभी समाजों को साथ लेने की बात

45 साल की राजनीतिक पारी का हवाला देते हुए मीणा ने कहा, कोई भी नेता सिर्फ एक जाति की राजनीति करके लंबा नहीं चल सकता। मुझे सभी जातियों और समाजों को साथ लेकर चलना है। उन्होंने यह भी कहा कि सांसद मुरारीलाल मीणा को अब मीणा समाज की ज़िम्मेदारी दी गई है, जबकि वे स्वयं सभी अन्य समाजों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

केंद्र से सहयोग की उम्मीद

डॉ. मीणा ने बताया कि राज्य सरकार ने दौसा के सभी बांधों को ईआरसीपी और पीकेसी योजनाओं से जोड़ दिया है। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि चांदराणा बांध से बाणगंगा में पर्याप्त पानी छोड़ा जाए, तो इसका लाभ भरतपुर तक के किसानों को मिल सकता है। इसके लिए केंद्र सरकार से बातचीत की जाएगी।

मोदी सरकार की ईमानदारी की सराहना

अपने संबोधन में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की ईमानदार छवि की तारीफ करते हुए कहा, पिछले 11 वर्षों में केंद्र सरकार के किसी भी मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा, यही वजह है कि देश में विकास की गंगा बह रही है।

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