अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप लगातार चीन पर टैरिफ का दबाव बना रहे थे, जो अब काम आ गया है. आखिरकार चीन अमेरिका से व्‍यापार वार्ता के लिए तैयार हो चुका है. साथ ही अमेरिका से यह भी अपील की है कि वे टैरिफ भरी धमकी देना अब बंद कर दे. चीन का बयान यह तब आया है, जब अमेरिका ने ड्रैगन पर 245% टैरिफ लगाने का ऐलान किया. 

ट्रम्प ने एक शो में कहा कि किसी भी समय मैं चीन पर टैक्स घटा दूंगा, क्योंकि अगर ऐसा नहीं किया गया तो उनके साथ व्यापार करना मुमकिन नहीं होगा और वे व्यापार करना चाहते हैं. ट्रम्प ने इशारा किया कि चीन की इकोनॉमी इस वक्त मुश्किल में है. वहां फैक्ट्रियों में कामकाज 2023 के बाद से सबसे बुरी हालत में है. एक्सपोर्ट के ऑर्डर भी काफी गिर गए हैं. अपनी अमेरिका फर्स्ट नीति के तहत ट्रम्प ने अमेरिका में सामान बेचने वाले सभी देशों पर 10% टैरिफ लगाया था, लेकिन चीन पर टैरिफ बढ़ाते-बढ़ाते 20 अप्रैल को 145% तक कर दिया था. बदले में चीन ने भी अमेरिकी सामान पर 125% तक का टैरिफ लगा दिया था.

रविवार को आए इंटरव्यू में ट्रम्प ने माना कि चीन पर टैरिफ का असर पड़ा है, फैक्ट्रियां बंद हो रही हैं और बेरोजगारी काफी बढ़ गई है, लेकिन उन्होंने साफ कहा कि बातचीत शुरू करने के लिए वो पहल नहीं करेंगे। एंकर क्रिस्टन वेल्कर ने पूछा, क्या आप चीन से बातचीत शुरू करने के लिए टैरिफ हटाने वाले हैं? इस पर ट्रम्प ने जवाब दिया, मैं ऐसा क्यों करूं? ट्रम्प ने ये भी कहा कि बीजिंग की तरफ से हाल में कुछ अच्छे संकेत मिले हैं, लेकिन उन्होंने दोहराया कि अमेरिका और चीन के बीच कोई भी डील तभी होगी जब वो बराबरी की होगी.

इस बीच चीन ने शुक्रवार को पहली बार संकेत दिए कि वो अमेरिका के साथ बातचीत के लिए तैयार है. वो अमेरिका के साथ ट्रेड डील की संभावना तलाश रहा है. चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका की ट्रेड बातचीत की पेशकश पर चीन विचार कर रहा है, लेकिन बातचीत तभी शुरू होगी जब ट्रम्प एकतरफा तौर पर लगाए गए टैरिफ को खत्म करेंगे.