Rajasthan News: राजस्थान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (SDRF) में डिप्टी कमांडेंट पद पर तैनात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) राकेश पाल पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे हैं। कोटा शहर के नयापुरा थाने में शराब कारोबारी नरेंद्र सचदेवा उर्फ बिट्टू ने उनके खिलाफ 1.80 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। इस केस में राकेश पाल के अलावा राजू राठौड़ और जगदीश मीणा को भी आरोपी बनाया गया है। मामले की जांच सब-इंस्पेक्टर नंद सिंह को सौंपी गई है।

आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे पहले से दर्ज

ASP राकेश पाल पहले भी विवादों में रह चुके हैं। कोटा शहर के अलग-अलग थानों में उनके खिलाफ जमीन सौदों, धमकी और धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं। नया मामला उनके खिलाफ दर्ज मामलों की फेहरिस्त को और लंबा करता है।

क्या हैं नए मामले के आरोप?

नयापुरा थानाधिकारी राजपाल सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच जारी है और आगे की कार्रवाई सबूतों के आधार पर होगी।

शिकायतकर्ता नरेंद्र सचदेवा ने बताया कि उन्होंने साल 2015 में राकेश पाल को 25 लाख रुपये उधार दिए थे। इसके अलावा उनका अकाउंटेंट राजू राठौर 70 लाख रुपये का गबन कर चुका था। राजू के पास उनके ब्लैंक चेक भी थे, क्योंकि वह उनके कार्यालय का काम देखता था।

आरोप के अनुसार, राजू राठौड़ ने राकेश पाल के जरिए नरेंद्र से संपर्क कराया और उन्हें बालाजी नगर कुन्हाड़ी इलाके में 22 प्लॉट्स की फाइल सौंपी गई, जिसकी कुल कीमत 2.25 करोड़ बताई गई। राकेश पाल ने दावा किया कि इसमें 40 लाख रुपये राजू राठौड़ के और 25 लाख उनके खुद के उधार भी समाहित हैं। नरेंद्र ने दो महीने के भीतर 1.15 करोड़ रुपये राकेश पाल को दे दिए, लेकिन आज तक उन्हें प्लॉट्स पर कब्जा नहीं मिल सका, क्योंकि खातेदार को भुगतान नहीं किया गया।

धमकियों का आरोप

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि बीते 8 वर्षों से वह राकेश पाल से लगातार प्लॉट का कब्जा दिलाने की मांग कर रहा है, लेकिन हर बार उन्हें टाल दिया गया। उल्टा अब राकेश पाल द्वारा ब्लैंक चेक के जरिए उन्हें धमकाया जा रहा है।

पूर्व में भी विवादों में रहे हैं राकेश पाल

राकेश पाल इससे पहले भी कई बार विवादों में आ चुके हैं। उन पर जमीन के लेन-देन, लोगों को धमकाने, धोखाधड़ी जैसे मामलों में पहले से आधा दर्जन से ज्यादा केस दर्ज हैं।

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