राम कुमार यादव, सरगुजा। शराब ने आज एक और परिवार को तबाह कर दिया. एक नाबालिग बेटे ने अपनी ही मां की हत्या कर दी. घरेलू विवाद में हत्या या मारपीट के ज्यादातर मामलों में आरोपी शराब पीने वाला होता है, जो नशे की हालात में अपने परिवार के सदस्यों को भी मौत के घाट उतार देता है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस बार एक नाबालिग ने, जो अपनी मां के शराब पीने से परेशान रहता था, उसने अपनी मां को आज मौत की नींद सुला दिया.


जानकारी के अनुसार, यह पूरा मामला मैनपाट के आसगांव का है. मृतिका का नाम मुन्नी मझवार था. वह रोज शराब का सेवन कर यहां-वहां नशे की हालत में पड़ी रहती थी. उसका नाबालिक बेटा उसे रोज शराब पीने से मना करता था. लेकिन वह नहीं मानती थी. वहीं आज फिर से शराब पीकर मुन्नी सड़क किनारे नशे में लेटी हुई थी. इसी दौरान उसके बेटे ने पत्थर से उसका सिर कुचल दिया. इस घटना में शराबी मां की मौके पर ही मौत हो गई.
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की तैयारी कर रही है. साथ ही नाबालिक बेटे को भी गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
इस पूरी घटना में चिंता का विषय यह है कि सामाज में शराब अपनी क्या भूमिका निभा रहा है. केवल पुरुष ही नहीं, बल्कि महिलाएं, युवा और बच्चे भी नशे की जद में आने लगे हैं. शराब का सेवन करने के बाद वे नशे में अपने पारिवारिक और सामाजिक दायरे और कर्तव्यों को भूल जाते हैं. अपने परिवार के लोगों से ही दुर्व्यवहार करना और उनकी हत्या के आंकड़े अब बढ़ने लगे हैं. ऐसे में लोगों को यह समझने की जरूरत है कि शराब या कोई भी नशा, न केवल हमारे शरीर और जीवन को खराब करता है, बल्कि अपने साथ-साथ परिजनों और आस-पास के लोगों के जीवन में भी विष का काम करता है.
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