रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कृषि प्रादर्श चर्चा कार्यशाला लेकर विवाद हो गया। किसान संगठनों ने शासकीय आयोजन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुसांगिक संगठन भारतीय किसान संघ के शामिल होने पर आपत्ति जाहिर की है। छत्तीसगढ़ किसान मजदूर संघ की ओर ने जारी किए बयान में कहा कि यह आयोजन एक ऐसे समय में हो रहा है जबकि किसान सूखे की समस्या से जूझ रहे हैं और बोनस कर्जमाफी, वाजिब समर्थन मूल्य, आदि मांगों को लेकर किसान आंदोलन रत है । छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ एक शासकीय आयोजन में आरएसएस के अनुसांगिक संगठन की भागीदारी की पर कड़ी आपत्ति दर्ज करता है और इस कार्यक्रम को तत्काल निरस्त करने की मांग करता है ।

दरअसल भारतीय किसान संघ तत्वावधान में कृषि विभाग एवं कृषि विश्वविद्यालय के साथ मिलकर 26 एवं 27 अगस्त को दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है । जिसमे कृषि प्रादर्श की चर्चा की जाना है ।  इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री, कुलपति, संचालक कृषि के साथ साथ भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी भी सम्मिलित होंगे ।

इसे लेकर किसान नेता डॉ. संकेत ठाकुर ने कहा कि  प्रदेश सरकार ने किसानों के प्रतिनिधि के रूप में अपने संगठन को मान्यता दे रखी है और वे 31 किसान संगठन जो  लगातार आंदोलनरत है उनके साथ मुख्यमंत्री चर्चा करने तक को तैयार नहीं है ।