रंजीत कुमार सम्राट/लखीसराय। लखीसराय में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के संरक्षण में शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य विभागों में सरकारी धन के गबन के आरोपों को लेकर महागठबंधन के नेताओं ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में अपनी स्थिति स्पष्ट की। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अमरेश कुमार अनीश, जितेन्द्र कुमार समन्वय समिति और मोती साह सीपीआई एम ने कहा कि इस घोटाले के खिलाफ महागठबंधन के नेता जल्द ही न्यायालय का रुख करेंगे और आंदोलन भी करेंगे।
महत्वपूर्ण साक्ष्य नष्ट किए जा रहे
जितेन्द्र कुमार ने कहा कि डिप्टी सीएम के संरक्षण में हर विभाग में घोटाले हो रहे हैं, जिसके लिए सीबीआई जांच कराना अत्यंत आवश्यक है। रजनीश कुमार ने आरोप लगाया कि विजय कुमार सिन्हा के संरक्षण में शिक्षा माफियाओं ने लखीसराय के शिक्षा विभाग में करोड़ों रुपये का घोटाला किया है। इस घोटाले में विद्यालय विकास कोष और विद्यालय सुदृढीकरण योजनाओं के तहत करोड़ों रुपये की गबन की गई है। जिला प्रशासन इन आरोपियों को बचाने में जुटा हुआ है और घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य नष्ट किए जा रहे हैं।
घोटाले के बारे में कुछ प्रमुख तथ्य:
- आधा दर्जन प्राचार्यों के फर्जी हस्ताक्षर और विद्यालयों के मुहर लगाकर जाली विपत्र तैयार किए गए।
- लगभग 537 स्वीकृत योजनाओं की सूची, जिनमें स्थानीय विधायक के रिश्तेदार और भाजपा के जिला नेता हिमांशु के नाम से योजनाएं थीं, गायब कर दी गई।
- हिमांशु की संचिका को गायब करने के लिए समग्र शिक्षा के सहायक अभियंता और अन्य अधिकारियों को नोटिस दिया गया।
- जिला पदाधिकारी द्वारा फर्जी संचिका तैयार करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया गया, लेकिन मामले में ‘पिक एण्ड चूज’ का रवैया अपनाया गया।
- घोटाले में शामिल हिमांशु, सरफराज, शंकर और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, क्योंकि ये सभी विधायक के करीबी रिश्तेदार और सहयोगी थे।
महागठबंधन के नेताओं ने इस घोटाले के खिलाफ आवाज उठाते हुए कहा कि वे जल्द ही न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे और मामले में न्याय की मांग करेंगे।
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