भुवनेश्वर : मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी राजधानी के यूनिट-2 स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय में शिकायतें सुन रहे हैं। इस समय मुख्यमंत्री के साथ छह मंत्री भी मौजूद हैं। इस नए शिकायत कक्ष में एक साथ एक हजार लोगों के एकत्र होने की व्यवस्था की गई है।
शिकायतकर्ताओं को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा तैयार कर लिया गया है। उनके बैठने, पीने के पानी और शौचालय की भी व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने पहली बार दिव्यांगों की आवाज सुनी है। अब तक एक हजार से अधिक लोग पंजीकरण करा चुके हैं। आज दसवीं बार मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी राजधानी में लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं।

गौरतलब है कि 30 साल बाद मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया गया है। शिकायत प्रकोष्ठ में कोई समस्या नहीं थी, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक 24 वर्षों तक मुख्यमंत्री को आवंटित आवास में नहीं रहे थे। सरकार बदलने के बाद भी मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ को और अधिक व्यवस्थित बनाने के लिए इसका पुनर्गठन किया गया।
- एनआईआरएफ रैंकिंग में राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय देश के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में शामिल…
- Rajasthan : एकतरफा प्यार में युवक ने पहले महिला फिर खुद को मारी गोली, जानिए पूरा मामला
- कूलर बना काल: करंट की चपेट में आने से मां और बेटी मौत, घर में पसरा मातम
- उत्तराखंड के दौरे पर आ रहे पीएम मोदी, आपदा प्रभावित क्षेत्रों का करेंगे हवाई निरीक्षण, एयरपोर्ट पर लेंगे हाईलेवल बैठक
- मौत की डुबकीः घर से घास काटने के नाम से निकली 2 युवतियां, दोनों की तालाब में डूबने से चली गई जान