हाथरस. मंगलवार 2 जुलाई को पुलराई गांव में नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ नाम के शख्स का सत्संग था. जहां लाखों की भीड़ इकट्ठा हुई. जहां भगदड़ मचने से 121 लोगों की जान चली गई. वहीं कई लोग घायल हुए थे. घटना के बाद ‘भोले बाबा’ फरार हो गया था. पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. मामले से जुड़े 3 आरोपियों को उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी है. 8 आरोपियों को पहले ही जमानत मिल चुकी थी.
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बता दें कि सत्संग सुनने आए लोग नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ के देखकर पैर छूने के लिए पुरुष, महिला और बच्चे दौड़ पड़े थे. जिसकी वजह से वहां भगदड़ मच गई थी. उसके बाद लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े. इस दौरान भीड़ गिरे हुए लोगों को कुचलते हुए निकली. इस हादसे में 121 लोगों की जान चली गई थी. वहीं कई लोग घायल हुए थे.
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हादसे के बाद शासन-प्रशासन के बीच हड़कंप मच गया था. जिसके बाद पुलिस ने ‘भोले बाबा’ की तलाश में सर्च ऑपरेशन भी चलाया और साथ ही सत्संग आयोजकों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया. घटना के बाद सीएम योगी ने कहा भी था कि दोषी कोई भी हो, वो बचेगा नहीं, उस पर कठोर कार्रवाई होगी. पुलिस ने मामले की जांच कर 91 दिन बाद कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था. पुलिस ने 3200 पेज की चार्जशीट दाखिल की थी.
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