असम में देश के राष्ट्रीय पशु के साथ क्रूरता का मामला सामने आया है। यहां गोलाघाट जिले में गुरुवार को उग्र भीड़ ने रॉयल बंगाल टाइगर की निर्मम हत्या कर दी। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद भीड़ टाइगर के शरीर के कुछ अंग भी काटकर अपने साथ ले गई है। जानकारी के अनुसार यह घटना गोलाघाट जिले के खुमताई इलाके के दुमुखिया गांव में हुई है।

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बाघ ने गांववालों और उनके मवेशियों पर किया था हमला

वन अधिकारी ने बताया कि, “टाइगर ने पिछले कुछ दिनों में कुछ लोगों और उनके मवेशियों पर हमला किया था। लोगों ने बाघ को आदमखोर समझा और उसे मार डाला। हमने शव को बरामद किया और पाया कि शरीर के कुछ अंग जैसे त्वचा का एक हिस्सा, एक पैर और थोड़ा मांस गायब है।”

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कुल्हाड़ी, लाठी और रॉड जिसे जो मिला उससे किया हमला

रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीणों ने बाघ को अलग-अलग तरफ से घेर लिया और फिर उसे मारने से पहले उसका पीछा किया। फिर घेरकर उसकी हत्या कर दी। उन्होंने बाघ पर हमला करने के लिए कुल्हाड़ी, लाठी और रॉड जैसे हथियारों का इस्तेमाल किया।

वन विभाग ने दर्ज किया केस

अधिकारी ने कहा, “हमले की सूचना मिलने पर वन और पुलिस अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंची। लेकिन बाघ को पहले ही मार दिया गया था।” उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मियों को देखकर सभी ग्रामीण मौके से भाग गए। अधिकारी ने कहा कि वन विभाग ने मामला दर्ज कर लिया है। आगे अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि, अभी तक इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की गई है और जांच जारी है।

ग्रामीणों ने कहा शिकायत के बाद भी नहीं हो रही थी कार्रवाई

वहीं ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बाघ ने कई लोगों पर हमला किया। उनका कहना है कि बाघ की वजह से लोगों का जीना मुश्किल हो गया था। उन्होंने कहा कि हमने कई बार वन विभाग के अधिकारियों को भी इसके बारे में बताया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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