विक्रम मिश्र, लखनऊ. संस्कृति विभाग की ओर से कराए जाने वाले सांस्कृतिक आयोजनों में हेरा फेरी करने वाले शख्स को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. कलाकारों को मिलने वाली राशि में हेराफेरी करने वाले इवेंट मैनेजर नील विजय सिंह को कई पुराने मामलों में गिरफ्तार किया गया है. नील विजय पर पुलिस और एसटीएफ की नजर बहुत पहले से थी. ये अधिकारियों से सेटिंग कर बिना कार्यक्रम के ही धनराशि का भुगतान करवा लेता था. नील विजय को एसटीएफ ने लखनऊ में थाना विभूति खंड क्षेत्र से गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपी नील विजय सिंह ने भाई महेंद्र सिंह, भाभी श्वेता सिंह और मां रामा देवी और सहयोगी मोनिका कनौजिया के साथ पीड़ित के घर जाकर धमकाया भी था. जबकि पीड़िता से काम लेने के बावजूद कम मानदेय दिया गया था. जिसकी शिकायत पीड़िता ने उच्च अधिकारियों से की थी. मिली जानकारी के मुताबिक नील विजय साल 2018-19 में महोत्सव के नाम पर सरकारी धन का खूब बंदरबाट किया था. जबकि नए मामले में पीड़िता से इवेंट के लिए विभाग से 2 लाख 41 हजार की मिली रकम को वापस देने का दबाव बनाते हुए उसके घर जाकर जान से मारने की धमकी दिया था. एसटीएफ अब नील विजय से लॉरेंस बिश्नोई से सम्पर्क के तार भी तलाश रही है. क्योंकि पीड़िता ने शिकायत में बताया है कि नील विजय, लॉरेंस विश्नोई के नाम पर जान से मारने की धमकी दिया था.
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कमीशन लेकर बिल पास कराता था सहायक निदेशक
इसके अलावा तफ्तीश में आरोपी पर आरोप है कि खुद तमाम कलाकारों के इवेंट के नाम पर फर्जी बिल तैयार करता था. इवेंट के हेराफेरी में संस्कृति विभाग के सहायक निदेशक राजेश अहरिवार और अन्य कर्मचारी भी शामिल थे. आरोपी ने पूछताछ में खुलासा हुआ है. बिना कार्यक्रम के ही तमाम कलाकारों के नाम पर फर्जी बिल तैयार कर फर्जी कलाकारों के साइन कर संस्कृति विभाग को बिल दिए जाते थे. जबकि इन फर्जी बिलों को विभाग का सहायक निदेशक राजेश अहरिवार अपना कमीशन लेकर पास भी कर देते थे. इस फर्जीवाड़े में मोटा कमीशन राजेश अहरिवार को नील विजय द्वारा दिया जाता था.
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