रायपुर. आरटीआई से मिले दस्तावेज़ से खुलासा हुआ है कि आईएस एलेक्स पॉल मेनन ने चिप्स के सीईओ रहते हुए अपनी यात्रा पर तीन साल में करीब बीस लाख रुपये खर्च कर दिए. इस बात की शिकायत राज्य के मुख्य सचिव सुनील कुजूर से की गई है. शिकायत में इस खर्चे की वसूली की मांग की गई है. आरटीआई एक्टिविस्ट उचित शर्मा ने इसकी जानकारी दी है.
उचित शर्मा ने आरटीआई से दस्तावेज़ निकाले हैं. इन दस्तावेज़ों से खुलासा होता है कि चिप्स के सीईओ रहते हुए एलेक्स ने जमकर पैसे उड़ाए. मज़ेदार बात है कि जो यात्रा वो करते थे. उस यात्रा में किसी होटल, टैक्सी या खाने का बिल नहीं लगाते थे. बल्कि वे एक ट्रेवल एंजेंसी आइस क्यूब सर्विसेस के होते थे. उचित शर्मा का कहना है बिल का भुगतान ट्रेवल एजेंसी से कराने से सबसे बड़ा नुकसान हुआ कि सरकार को दो-दो बार जीएसटी लगी. एक बार होटल और टैक्सी के बिल में. दूसरी बार ट्रेवल एजेंसी के बिल में. ये भी दिलचस्प है कि जो बिल एजेंसी ने दिया वो कितना सही था. इसका पता नहीं लगाया जा सकता.
ये बिल 2015 से लेकर 2018 तक के हैं. आइस क्यूब नाम की ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से चिप्स सभी अधिकारियों को सेवाएं मुहैया कराता है. उचित शर्मा द्वारा निकाले गए दस्तावेज़ बताते हैं कि वे बाहर जाते थे तो ली मेरिडियन, ताज होटल जैसे फाइव स्टार में रुकते थे. जिनमें रुकने का एक दिन का किराया 12 हज़ार से 15 हज़ार तक होता है. वे बिजनेस क्लास में सफर करते थे. जबकि आईएएस को 6 हज़ार तक के होटल में रुकने और इकोनॉमिक क्लास में सफर करने की पात्रता रहती है.
जो दस्तावेज़ एलेक्स पॉल के सामने लाए गए हैं. उसमें सबसे आश्चर्यजनक है होटल का बिल. रायपुर में रहते हुए एक होटल में एलेक्स पॉल मेनन ने चार लोगों के साथ खाना खाया. जिसके 11870 रुपये के बिल का भुगतान चिप्स ने किया. इसी तरह मुंबई में एक दिन में टैक्सी में करीब 17000 हज़ार का बिल का भुगतान भी मेनन के लिए चिप्स ने किया है.