चंडीगढ़ . आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब में अपनी राजनीति को नई दिशा देने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। पार्टी ने अपने संगठन में अब तक का सबसे बड़ा बदलाव करते हुए जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं और नए उत्साही चेहरों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी हैं। यह कदम न केवल संगठन को मजबूत करने की दिशा में है, बल्कि यह पंजाब की राजनीति को सेवा और ईमानदारी के रास्ते पर ले जाने का भी प्रयास है।


संगठन में बड़ा बदलाव, जमीनी नेताओं को कमान
AAP ने पंजाब में अपनी संगठनात्मक संरचना को और मजबूत करने के लिए व्यापक बदलाव किए हैं। पार्टी ने पांच विधायकों को प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है, जबकि नौ अनुभवी और ऊर्जावान नेताओं को महासचिव और सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, पंजाब के 13 लोकसभा क्षेत्रों में नए लोकसभा प्रभारी और सभी जिलों में सात जिला प्रभारियों की नियुक्ति की गई है। इन नियुक्तियों का मकसद पार्टी की विचारधारा को हर गांव, हर नौजवान और हर परिवार तक पहुंचाना है।


जनता और सरकार के बीच सेतु बनेंगे नए पदाधिकारी
पार्टी ने स्पष्ट किया कि इन नए पदाधिकारियों की जिम्मेदारी केवल प्रशासनिक नहीं होगी, बल्कि वे जनता और सरकार के बीच एक सेतु की तरह काम करेंगे। पंजाब के सभी जिलों में जमीनी स्तर के नेताओं को प्रभारी बनाकर पार्टी ने यह संदेश दिया है कि वह हर स्तर पर लोगों की आवाज को सुनने और उनके मुद्दों को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।


केजरीवाल और भगवंत मान ने क्या कहा


दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस बदलाव पर कहा, “आम आदमी पार्टी राजनीति को सत्ता का साधन नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम मानती है। हमारा लक्ष्य पंजाब में एक ऐसी राजनीति की स्थापना करना है जो लोगों के लिए काम करे।” वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “यह बदलाव आगामी चुनावों के लिए नहीं, बल्कि अगले 25 सालों के लिए पंजाब की राजनीति को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है। हर कार्यकर्ता अब एक विचारधारा के साथ काम करेगा और लोकसेवा में अपनी भूमिका निभाएगा।”