संबलपुर. हिराकुड बांध में पर्यटकों के प्रवेश पर लगाया गया प्रतिबंध 24 दिनों बाद हटा लिया गया है. अब पर्यटक इस बांध का दौरा कर सकते हैं. यह प्रतिबंध भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण लगाया गया था.  9 मई को शुरू हुए इस प्रतिबंध के तहत संबलपुर जिला प्रशासन ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर हिराकुड बांध, जो एशिया का सबसे लंबा मिट्टी का बांध है, की सुरक्षा के लिए उच्च स्तरीय प्रोटोकॉल लागू किया था. 

3 जून को सरकार द्वारा प्रतिबंध हटाए जाने के बाद पर्यटक अब हिराकुड बांध के सभी क्षेत्रों (प्रतिबंधित जोन को छोड़कर) में जा सकते हैं.  संबलपुर कलेक्टर ने बताया कि प्रवेश पर प्रतिबंध जन सुरक्षा के हित में लगाया गया था और घबराने की कोई बात नहीं है. हिराकुड बांध, जो महानदी पर बना है, सिंचाई, बिजली उत्पादन और बाढ़ प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण है. 

बांध की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को लाइट मशीन गन (LMG) सहित आधुनिक हथियारों और उन्नत निगरानी उपकरणों से लैस किया गया था ताकि सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत किया जा सके.