सुरेश परतागिरी, बीजापुर. शहर के महादेव तालाब के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण का कार्य गुणवत्ताहीन पाए जाने के बावजूद जिम्मेदार पर कार्रवाई होने पर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस विधायक विक्रम शाह मंडावी ने इसके लिए भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. वहीं कलेक्टर संबित मिश्रा ने जांच के लिए टीम गठित करने और लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की बात कही है. 

दरअसल, इस ऐतिहासिक तालाब के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण का काम साल 2022-23 में कीर्ति कंस्ट्रक्शन को 5 करोड़ 8 लाख रुपए में दिया गया था. लेकिन पिछले कई महीनों से निर्माण कार्य, धीमी रफ्तार के साथ ही गुणवत्ताहीन तरीके से हो रहा है. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद 30 मई को नगर पालिका अध्यक्ष गीता सोम पुजारी ने पालिका पार्षदों के साथ निरीक्षण किया था. 

निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य में व्यापक स्तर पर खामियां मिली थी. अध्यक्ष और पार्षदों ने निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर चिंता जताई और ठेकेदार की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की थी. इस दौरान नपा अध्यक्ष ने गुणवक्ता से समझौता नहीं करने और स्थिति में सुधार नहीं होने पर ठेकेदार का भुगतान रोकने और उसे ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई की बात कही थी.  

कांग्रेस विधायक ने लगाए गंभीर आरोप

इस मामले में अबतक जिम्मेदार पर कार्रवाई नहीं होने पर कांग्रेस विधायक ने निगम प्रशासन को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस वाली भाजपा की सरकार होने के बावजूद शहर के बीचो-बीच बसे महादेव तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य में भ्रष्टाचार हो रहा है. 

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वयं कार्य स्थल पर पहुंच कर निरीक्षण करते हैं, कार्य को गुणवत्ताहीन बताकर भ्रष्टाचार होने की बात कहते हैं. लेकिन इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होना गंभीर है.

कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि बस्तर में भाजपा के राज में बड़े पैमाने पर भ्र्ष्टाचार हो रहा है, गुणवत्ताहीन कार्य हो रहा है. लेकिन जो ठेकेदारों भ्र्ष्टाचार कर रहें हैं, उनको बचाने का काम भाजपा सरकार कर रही है. उन्होंने प्रशासन से जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. 

कलेक्टर ने कहा- जांच होगी

कलेक्टर संबित मिश्रा ने कहा कि महादेव तालाब के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण कार्य, धीमी रफ्तार से होने की जानकारी मिली है, नगर पालिका द्वारा ठेकेदार को 9 बार नोटिस भेजा जा चुका है. उन्होंने कहा कि इस मामले में एक एक्सपर्ट की टीम गठित कर जांच करवाई जाएगी. अगर कार्य में लापरवाही पाई गई और गुणवत्ताहीन नजर आया तो नियमानुसार कार्रवाई होगी.