पटना। जन सुराज के संस्थापक पीके ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता को लेकर जारी बहस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर लिखित में सवाल उठाए हैं, तो चुनाव आयोग को इस मामले में तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए। पीके ने बताया कि राहुल गांधी ने जो आरोप लगाए हैं, वे न सिर्फ देशभर में बल्कि बिहार जैसे राज्यों में भी विपक्षी नेताओं के बीच चर्चा का विषय बन चुके हैं। ऐसे समय में चुनाव आयोग का जिम्मेदारी बनती है कि वह अपनी निष्पक्षता और पारदर्शिता को लेकर जनता के मन में उठ रहे सवालों का जवाब दे।

जनता को विश्वास में लेना होगा

उन्होंने कहा, “जब विपक्षी नेता इस स्तर पर सवाल उठा रहे हैं, तो चुनाव आयोग को जनता को विश्वास में लेना होगा और स्पष्ट करना होगा कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और स्वतंत्र है। पीके ने यह भी कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए चुनाव आयोग की विश्वसनीयता अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यह संस्था ही देश में चुनाव प्रक्रिया को संचालित करती है। यदि कोई संदेह होता है तो वह लोकतंत्र के हित में नहीं है।

स्थिति को गंभीरता से लें

उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे स्थिति को गंभीरता से लें और चुनाव आयोग से उचित जवाब देने की मांग करें। पीके के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में फिर से चुनाव आयोग की भूमिका और निष्पक्षता पर बहस शुरू हो गई है।

दूसरे दल वाले कर पाएंगे?

जन सुराज के संस्थापक पीके ने ये भी कहा कि अगर जन सुराज से कोई गलत आदमी खड़ा हो जाए तो उसे भी वोट मत दीजिए, क्या ऐसा कहने की साहस दूसरे दल वाले कर पाएंगे?