दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने शनिवार को फेज-4 मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत तुगलकाबाद-एयरपोर्ट (एरोसिटी) कॉरिडोर की एक और अहम उपलब्धि हासिल की। ‘गोल्डन लाइन’ के नाम से पहचानी जाने वाली इस लाइन के तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी स्टेशन पर टनल बोरिंग मशीन (TBM) ने सफलता पूर्वक ब्रेकथ्रू किया। इससे पहले भी इस लाइन पर कई सारे टनल ब्रेकथ्रू दिल्ली मेट्रो के द्वारा स्थापित किया जा चुका है।
दिल्ली के होटल में लड़की ने पहले ऑर्डर किया पिज्जा, फिर बाथरूम में मिली लाश, होने वाली थी शादी, पढ़े ये सनसनीखेज हत्याकांड
DMRC ने मां आनंदमयी मार्ग और तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी स्टेशन के बीच 0.792 किलोमीटर लंबी सुरंग का काम पूरा कर लिया। साथ ही 96 मीटर लंबी टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) की मदद से सुरंग बनाने में भी सफलता हासिल की गई। सुरंग औसतन 18 मीटर की गहराई पर बनाई गई है. इसमें 566 प्रीकास्ट कंक्रीट रिंग्स लगाए गए हैं। सुरंग का भीतरी व्यास 5.8 मीटर है. इस निर्माण में अर्थ प्रेशर बैलेंसिंग मेथड (EPBM) तकनीक का उपयोग किया गया। डीएमआरसी एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर के हिस्से के रूप में इस खंड पर ऊपर और नीचे की आवाजाही के लिए दो समानांतर गोलाकार सुरंगों का निर्माण कर रहा है। दूसरी समानांतर सुरंग पर जुलाई 2025 में सफलता मिलने की उम्मीद बताई जा रही है।
भोली सी सूरत, आंखों में खूनी खेल की चाहतः पति, बच्चे, सास-ससुर… सभी को स्लो पॉइजन दे रही थी यह महिला, फिर इस तरह खुल गई पोल
डीएमआरसी फेज 4 टनल
इन टनल रिंग को मुंडका में स्थापित एक पूरी तरह से मशीनीकृत कास्टिंग यार्ड में कास्ट किया गया था। कंक्रीट सेगमेंट को जल्दी मजबूती प्राप्त करने के लिए स्टीम क्योरिंग सिस्टम से ठीक किया गया था।
बकरीद पर आसिम मुनीर ने उगला जहर, LoC पर सैनिकों से की मुलाकात ; अलापा कश्मीर राग
मेट्रो फेज 4 भूमिगत सुरंग
अब तक स्वीकृत चरण 4 के कार्य के तहत 40.109 किलोमीटर भूमिगत लाइनों का निर्माण किया जा रहा है। एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर में कुल 19.343 किलोमीटर भूमिगत खंड हैं।

मेट्रो सुरंग निर्माण की प्रक्रिया
दिल्ली मेट्रो की भूमिगत सुरंगों की खुदाई टीबीएम मशीन का इस्तेमाल करके की जा रही है। TBM एक मशीन है जिसका उपयोग विभिन्न मिट्टी और चट्टानी परतों के माध्यम से एक गोलाकार क्रॉस-सेक्शन वाली सुरंगों की खुदाई करने के लिए किया जाता है। उन्हें कठोर चट्टान से लेकर रेत तक किसी भी चीज़ को छेदने के लिए डिज़ाइन किया जा सकता है। TBM ने दुनिया भर में सुरंग बनाने के काम में क्रांति ला दी है, जिससे इमारतों और अन्य सतही संरचनाओं को नुकसान पहुंचाए बिना सुरंग खोदी जा सकती है। डीएमआरसी सुरंग निर्माण काम के लिए चरण 1 से ही टीबीएम का इस्तेमाल कर रही है। चरण 3 में, जब लगभग 50 किलोमीटर भूमिगत खंड का निर्माण किया गया था, तब राष्ट्रीय राजधानी में लगभग 30 टीबीएम तैनात की गई थीं।


क्या मिलेगा फायदा?
फेज-4 के बनने से दिल्ली मेट्रो में कुल 65.20 किलोमीटर नई लाइनों का विस्तार हो रहा है। जिनमें से 40 किलोमीटर से ज्यादा हिस्सा अंडरग्राउंड होगा। गोल्डन लाइन (तुगलकाबाद–एरोसिटी कॉरिडोर) इसकी सबसे अहम कड़ी मानी जा रही है। यह दिल्ली के दक्षिणी हिस्से को IGI एयरपोर्ट से कनेक्ट करेगी। इससे लोगों को अपने सफर को पूरा करने में कम से कम समय लगेगा, इसके साथ ही उन्हें कई इंटरचेंज से भी छुटकारा मिल सकेगा, खासकर उन लोगों को जो हर रोज यात्रा करते हैं।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक