दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी (Atishi) को दिल्ली पुलिस(Delhi Police) ने हिरासत में लिया है, जब वह कालकाजी के भूमिहीन कैंप में एंटी-डिमोलिशन प्रदर्शन में भाग ले रही थीं. हिरासत में लिए जाने से पहले, आतिशी ने जोर देकर कहा कि वह झुग्गीवालों के अधिकारों के लिए आवाज उठा रही हैं और इसके लिए उन्हें जेल भेजा जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी दिल्ली में कभी वापस नहीं आएगी और उन गरीबों की आवाज़ को अनसुना नहीं किया जा सकता. पुलिस ने बढ़ते विरोध और भीड़ को देखते हुए आतिशी और अन्य कार्यकर्ताओं को डिटेन किया.

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने मंगलवार को बताया कि कालकाजी के भूमिहीन कैंप में एक ध्वस्तीकरण अभियान से पहले बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. दिल्ली विकास प्राधिकरण ने झुग्गी-झोपड़ी कैंप में रहने वालों को घर खाली करने के लिए नोटिस जारी किए हैं, जिसमें ‘अतिक्रमणकारियों’ को तीन दिन के भीतर स्थान छोड़ने की चेतावनी दी गई है, अन्यथा कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.

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BJP सरकार पर भड़के अरविंद केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर टिप्पणी की कि बीजेपी सरकार दिल्ली में गरीबों के घरों को उजाड़ रही है और उन्हें बेघर कर रही है. उन्होंने कहा कि जब आम आदमी पार्टी गरीबों के साथ खड़ी होती है और उनकी समस्याओं को उठाती है, तो उनके नेताओं को गिरफ्तार कर लिया जाता है. हाल ही में नेता विपक्ष आतिशी को हिरासत में लिया गया, जिसे उन्होंने तानाशाही का उदाहरण बताया. केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि बीजेपी चाहे कितनी भी गिरफ्तारियां कर ले, आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के अधिकारों के लिए अपनी आवाज उठाती रहेगी.

‘चुनाव जीतने के बाद झुग्गियों को तोड़ा जा रहा’

आतिशी ने 8 जून को झुग्गियों पर हो रही तोड़फोड़ के मुद्दे पर बीजेपी पर तीखा हमला किया था. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने झुग्गीवासियों को आश्वासन दिया था कि उनकी सरकार बनने पर उन्हें वहीं मकान मुहैया कराया जाएगा, लेकिन चुनाव जीतने के बाद अब झुग्गियों को ध्वस्त किया जा रहा है.

आतिशी ने कहा कि यदि किसी झुग्गी को हटाने के लिए अदालत का आदेश है, तो झुग्गीवालों को एक किलोमीटर की दूरी पर आवास प्रदान किया जाना चाहिए था. हालांकि, मद्रासी कॉलोनी के अधिकांश निवासियों को नरेला में मकान दिए गए हैं. भोगल और आश्रम में काम करने वाले लोग नरेला से 50 किलोमीटर दूर कैसे अपनी नौकरी पर पहुंचेंगे? उन्हें इस स्थिति में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा.

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दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को स्पष्ट किया कि अधिकारी अदालतों द्वारा जारी ध्वस्तीकरण आदेशों के खिलाफ नहीं जा सकते. उन्होंने यह भी बताया कि विस्थापित निवासियों के लिए आवास की व्यवस्था की गई है. इससे पहले, आम आदमी पार्टी ने दक्षिणी दिल्ली में बारापुला के निकट मद्रासी कैंप झुग्गी बस्ती के ध्वस्तीकरण और अन्य क्षेत्रों में चलाए जा रहे इसी तरह के अभियानों की आलोचना की थी.