हरदोई. एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां खनन माफियाओं की कारगुजारी की कीमत 3 माताओं को अपने बच्चों की कुर्बानी देकर चुकानी पड़ी. खनन माफियाओं के द्वारा खोदे गए ‘कब्रनुमा’ गड्ढे में डूबने से 3 भाइयों की जान चली गई. घटना के बाद सुशासन सरकार के नुमाइंदे जागे और बच्चों की लाश का पंचनामा कर पीएम के लिए भेज दिया. अब तीनों की मौत की कीमत सरकारी सहायता से लगाने की बात भी अधिकारी कर रहे हैं. सवाल ये उठ रहा है कि आखिर अधिकारी अब तक सो रहे थे क्या? सरकार क्या इसी सुशासन की गाथा गाती है, जो बदहवास नजर आती है?
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बता दें कि पूरा मामला थाना टड़ियावां क्षेत्र के गौराडांडा का है. जहां 3 मौसेरे और ममेरे भाई घर से खेलने के लिए निकले थे. जब तीनों घर नहीं लौटे तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की. काफी देर खोजने के बाद भी तीनों भाइयों का कुछ पता नहीं चला. इसी बीच एक खेत में खोदे गए गड्ढे में एक बच्चे की चप्पल दिखाई दी. गड्ढे में पानी भरा हुआ था, जिसके बाद ग्रामीण गड्ढे में उतरे तो तीनों बच्चे डूबे मिले. जिसके बाद परिजनों के बीच कोहराम मच गया.
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माफियाओं ने खोदा मौत का गड्ढा!
घटना को लेकर परिजनों का कहना है कि 2 बच्चे पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने ननिहाल आए थे. दोनों बच्चे अपने ममेरे भाई के साथ खेलने गए थे. इस दौरान माफियाओं द्वारा अवैध तरीके से खोदे गए बड़े-बड़े गड्ढे में डूबकर बच्चों की मौत हो गई. घटना के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं. वहीं मरने वाले बच्चों में 2 बच्चे अपने मां-बाप की एकलौती संतान थे. मृतकों की पहचान कार्तिक 11 वर्ष, अवनीश 10 वर्ष और दुर्गेश के रूप में हुई.
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