अलवर.  राजस्थान के अलवर के थानागाजी में पति के सामने विवाहिता से पांच युवकों द्वारा गैंगरेप किए जाने के मामले में बसपा सु​प्रीमो मायावती ने कहा कि अलवर गैंगरेप के दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए. साथ ही इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को राज्य में कांग्रेस सरकार, पुलिस और प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. यह मामला सिर्फ दलितों से नहीं बल्कि सभी महिलाओं से जुड़ा है.

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बता दें कि 26 अप्रैल को अलवर जिले के थानागाजी में पति के साथ बाइक पर सवार होकर जा रही विवाहिता से पांचों ने गैंगरेप किया और फिर उनके 11 अश्लील वीडियो बना लिए थे, जिन्हें 6 मई को सोशल मीडिया में वायरल करवाए जाने के बाद मामला सुर्खियों में आया था. इस मामले में पांचों आरोपियों, वीडियो वायरल करवाने के एक आरोपी को पकड़ा जा चुका है. वहीं, मामले में लापरवाही बरतने पर अलवर एसपी राजीव प्रचार को एपीओ कर दिया गया और थानागाजी एसएचओ सरदार सिंह निलंबित किए गए हैं. एक एएसआई समेत तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया था.

 अलवर गैंगरेप में कब क्या हुआ

26 अप्रैल 2019: अलवर जिले के थानागाजी में 5 आरोपियों ने पति के सामने विवाहिता से गैंगरेप किया. वीडियो बनाए.

28 अप्रैल: आरोपियों ने वीडियो डिलीट करने के लिए 11 हजार रुपए की मांग की. पीड़िता व उसके पति ने पुलिस को शिकायत दी.

30 अप्रैल: थानागाजी पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो पीड़ित पक्ष ने अलवर एसपी से मुलाकात की.

02 मई : मामला एसपी तक पहुंचने के बाद थाना​गाजी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज, लेकिन कार्रवाई नहीं की.

06 मई : आरोपियों ने पीड़िता के साथ गैंगरेप के अश्लील वीडियो वायरल करवाए दिए.

07 मई : पूरा प्रकरण राजस्थान के साथ-साथ देशभर में सुर्खियां बना. शाम को अलवर एसपी राजीव पाचर एपीओ, थानागाजी एसएचओ सरदार सिंह सस्पेंड व एएसआई सहित 3 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर. 08 मई : आरोपियों की गिरफ्तारी व सजा की मांग के लिए प्रदेशभर में प्रदर्शन.

09 मई : गैंगरेप के आरोपी हंसराज, महेश गुर्जर, अशोक व इंद्राज की गिरफ्तारी. वीडियो वायरल करने के आरोप में थानागाजी के मुकेश को भी गिरफ्तार किया.

10 मई : अलवर थानागाजी गैंगरेप के मुख्य आरोपी बताए जा रहे छोटेलाल को सीकर जिले में ट्रक में सोते हुए को पकड़ा.