Rajasthan News: जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर के दादू दयाल नगर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यहां एक निजी बैंककर्मी धर्मेंद्र चौधरी और उनकी गृहिणी पत्नी सुमन चौधरी ने अपने फ्लैट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही फ्लैट के आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई और पुलिस को सूचित किया गया।
पुलिस की प्रारंभिक जांच, सुसाइड नोट नहीं मिला
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच के दौरान पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। साक्ष्यों की गहन जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने बताया कि घटना गुरुवार रात को हुई, लेकिन इसका खुलासा करीब 12 घंटे बाद शुक्रवार को हुआ।

हत्या की आशंका पर भी जांच
पुलिस ने बताया कि जांच में कुछ ऐसे हालात सामने आए हैं, जिनसे हत्या की आशंका को भी नकारा नहीं जा सकता। फांसी के दौरान धर्मेंद्र का पैर बिस्तर को छू रहा था, जबकि सुमन फर्श पर लेटी हुई थी। इससे संदेह गहरा गया है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या का मामला हो सकता है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या धर्मेंद्र ने पहले अपनी पत्नी की हत्या की और फिर स्वयं फांसी लगाई।
कॉल न उठाने से हुआ खुलासा
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को जब धर्मेंद्र अपने कार्यालय नहीं पहुंचे, तो उनके सहकर्मियों ने बार-बार उनके मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद सहकर्मियों ने धर्मेंद्र के एक दोस्त को संपर्क किया। दोस्त की बेटी फ्लैट पर पहुंची और दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। पड़ोसियों को सूचना देने पर कुछ लोगों ने धक्का देकर फ्लैट का मुख्य दरवाजा खोला। अंदर का दृश्य देखकर सभी सन्न रह गए।
पुलिस और स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र चौधरी और सुमन चौधरी मूल रूप से भरतपुर के नदबई के रहने वाले थे। धर्मेंद्र एक निजी बैंक की बीमा कंपनी में मैनेजर थे, जबकि सुमन गृहिणी थीं। दंपति की दो बेटियां, 11 और 8 साल की, स्कूल की छुट्टियों के कारण अपनी नानी के घर हंतरा-नदबई, भरतपुर गई हुई थीं।
पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया है और जांच को तेज कर दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और FSL जांच के आधार पर यह स्पष्ट होने की उम्मीद है कि यह आत्महत्या थी या हत्या। शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस इस मामले में सभी संभावित कोणों से जांच कर रही है, ताकि इस गुत्थी को सुलझाया जा सके।
पढ़ें ये खबरें
- बिहार के लोगों को जरूरी प्रमाण पत्र बनवाने के लिए नहीं कटने होंगे सरकारी आफिस के चक्कर, गांव में ही मिलेगा सर्टिफिकेट
- Nuh Violence: नूंह में हिंसा, गाड़ी खड़ी करने के विवाद में हिंसक झड़प, मस्जिद से ऐलान कर लोगों को इकट्ठा किया, पुलिस दंगाइयों के सामने बेबस नजर आई
- Jaya Bachchan के वायरल वीडियो पर Kangana Ranaut ने बोला हमला, कहा- लोग उन्हें बर्दाश्त करते हैं, क्योंकि वो …
- भाजपा का ‘अमृतकाल’ असल में ‘अपराधकाल’… शिवपाल यादव का करारा तंज, 2047 विजन को लेकर सरकार को घेरा
- IRCTC घोटाला मामले में फैसला आज, लालू यादव को हो सकती है 7 साल की जेल, राबड़ी और तजस्वी भी हैं आरोपी