जी हां, नमक केवल खाना स्वादिष्ट बनाने के लिए नहीं होता है. यह ऊर्जा संतुलन और नकारात्मकता दूर करने का एक शक्तिशाली साधन भी है. वास्तु और तंत्र शास्त्र के अनुसार, नमक में नकारात्मक ऊर्जा को सोखने की विशेष क्षमता होती है.

इसी कारण से कई परंपराओं में शनिवार या मंगलवार को काले तिल और नमक मिलाकर स्नान करना शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि यदि घर में क्लेश, बीमारी या आर्थिक तंगी बनी रहती है, तो एक कटोरी में सेंधा या खड़ा नमक रखकर कमरे के कोने में रखने से नकारात्मक ऊर्जा धीरे-धीरे खिंचने लगती है.

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लेकिन ध्यान रखें

कई तांत्रिक उपायों में तो नमक से नजर दोष उतारने की विधि भी दी गई है – जैसे काले कपड़े में नमक बांधकर 7 बार वार कर उसे बाहर फेंक देना.

नमक का उपयोग पूजा सामग्री के रूप में न करें. इसे मंदिर में या देवताओं के समक्ष न चढ़ाएं. यह शुद्धिकरण का माध्यम है, अर्पण का नहीं. तो अगली बार जब आप नमक देखें, तो उसे सिर्फ स्वाद से न आंकें – यह आपके जीवन से दुर्भाग्य हटाने वाला एक छुपा हुआ रक्षक भी हो सकता है.

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