Rajasthan News: मेवाड़ अंचल के श्रद्धा और भक्ति के प्रतीक श्री सांवलिया सेठ मंदिर ने इस बार दान और आस्था का नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 24 जून को खोली गई दानपेटियों की गिनती के छठे चरण में मंदिर को कुल 29 करोड़ 22 लाख 60 हजार 530 रुपये की दानराशि प्राप्त हुई है। यह आंकड़ा अब तक के सभी रिकॉर्ड को पीछे छोड़ चुका है।

छह चरणों में पूरी हुई गिनती, छठे चरण में सिक्कों की बारी

दान राशि की गिनती कुल छह चरणों में सम्पन्न हुई। पहले पांच चरणों में 22.76 करोड़ रुपये से अधिक की नकद राशि गिनी गई, जबकि छठे चरण में केवल सिक्कों की गिनती की गई जिसमें 16 लाख 90 हजार 513 रुपये प्राप्त हुए। मंदिर को दानपेटियों से कुल 22.93 करोड़ रुपये, और भेंट कक्ष, ऑनलाइन, कार्यालय व मनी ऑर्डर के माध्यम से 6.28 करोड़ रुपये का चढ़ावा प्राप्त हुआ।

सोना-चांदी और विदेशी मुद्रा भी बनी आकर्षण का केंद्र

इस बार मंदिर को 1 किलो सोना और 142 किलो 190 ग्राम चांदी भी चढ़ाई गई। साथ ही 15 देशों की विदेशी मुद्रा भी भक्तों द्वारा अर्पित की गई, जिसकी भारतीय मूल्य में अनुमानित कीमत लगभग साढ़े 4 लाख रुपये आंकी गई है।

24 जून को भंडार खुलते ही रिकॉर्ड शुरुआत

राजभोग आरती के बाद खोले गए भंडार में पहले ही दिन 10 करोड़ 25 लाख रुपये की गिनती हुई। अमावस्या मेले के चलते कुछ दिनों तक गिनती रुकी रही, लेकिन 26-27 जून और 1-2 जुलाई को पुनः गिनती का कार्य संपन्न हुआ।

भक्ति में भी रोजाना नया रिकॉर्ड

गिनती के आधार पर अनुमान लगाया गया है कि इस बार मंदिर को प्रतिदिन औसतन 97 लाख 42 हजार रुपये का चढ़ावा प्राप्त हुआ है। यह आंकड़ा स्वयं बताता है कि भक्तों का श्री सांवलिया सेठ के प्रति विश्वास और प्रेम हर बार नई ऊँचाइयों को छू रहा है।

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