लगातार हो रहे रेप के बाद कोई सुनवाई न होने पर खुद को आग लगाने वाली हापुड़ की युवती ने कहा है कि आखिर पुलिस ने मामला दर्ज किए जाने पर उसके पिता और पति का नाम आरोपियों में क्यों दर्ज नहीं किया है. युवती 80 फीसदी जली हुई अवस्था में इस समय अस्पताल हमें भर्ती है.
हापुड़. बार-बार हो रहे रेप से बचने के लिए आत्मदाह की कोशिश करने वाली महिला (28 साल) ने हापुड़ पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दो साल में 14 बार रेप की शिकार हुई पीड़िता का कहना है कि पुलिस ने 16 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया लेकिन उसके पिता और पति को क्यों छोड़ दिया? दिल्ली के अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही पीड़िता ने बताया कि उसके पास इलाज के पैसे खत्म हो गए हैं. बाहर से दवाई मंगाई जा रही है. अभी तक कोई भी मदद के लिए नहीं आया है.
करीब 80 फीसदी तक जली पीड़िता के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के बाद मंगलवार को राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी यूपी के डीजीपी को नोटिस जारी कर रिपोर्ट मांगी है. दिल्ली के अस्पताल में भर्ती पीड़िता ने एनबीटी से बातचीत में कहा कि आरोपितों के खिलाफ इतनी सख्त कार्रवाई की जाए कि किसी और महिला को ऐसे हालात से ना गुजरना पड़े. उसने बताया कि मैंने खुद को आग इसलिए लगाई कि कोई इसके बाद मेरे साथ हैवानियत न कर सके.
पति कर्ज नहीं चुका पाया तो दोस्तों को बेच दिया
जानकारी के अनुसार, पीड़ित युवती के पिता व चाची ने उसे 10 हजार रुपये में गांव के ही एक शख्स को 2 साल पहले सौंप दिया था. उस शख्स ने उससे शादी कर ली. शादी के बाद उसके पति पर कुछ लोगों का कर्जा हो गया था, जिसे वह चुका नहीं पा रहा था. इस कारण उसने अपनी पत्नी को उन लोगों के पास जाने हो कहा. मना करने पर उससे 2 साल में 14 बार अलग-अलग लोगों ने रेप किया. इस मामले में उसने कई बार थाने में जानकारी दी, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई. किसी तरह वह आरोपितों के पास से भागकर मुरादाबाद पहुंची और इंसाफ न मिलने से निराश होकर 28 अप्रैल को वहां खुद को आग लगा ली. वहां गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया है.
दिल्ली पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
दिल्ली पुलिस ने पीड़िता की सुरक्षा में जवान भी तैनात किए हैं. वहीं सीओ सिटी हापुड़ ने दिल्ली के हॉस्पिटल में भर्ती पीड़िता की सुध ली. हापुड़ एसपी के निर्देश पर पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिश डाली. लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. देशभर में हुई हापुड़ पुलिस की फजीहत के बाद पीड़िता की ओर से दी गई तहरीर को कई थानों में खगांला जा रहा है. एसपी डॉक्टर यशवीर सिंह ने कहा, ‘चिकित्सकों के अनुसार पीड़िता की हालत में सुधार है. आरोपितों को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है. गांव से सभी फरार हैं. पुलिस जल्द उन्हें गिरफ्तार कर लेगी.’