भुवनेश्वर : नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। इस बीच भारी बारिश के कारण भद्रक, झारसुगुड़ा और सुंदरगढ़ में नुकसान हुआ है। राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि निचले इलाकों में बारिश का पानी है। कहीं भी बाढ़ का पानी नहीं है। जिला कलेक्टरों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। ओडीआरएएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। अगर बाढ़ की स्थिति बनती है, तो सरकार तैयार है।

अगर बाढ़ का पानी प्रवेश करता है, तो लोगों को तुरंत बाढ़ आश्रय में जाना चाहिए। झारसुगुड़ा और सुंदरगढ़ की क्षति रिपोर्ट मांगी गई है। अगर शाम तक रिपोर्ट आती है, तो मुआवजे की राशि जिला कलेक्टरों को भेज दी जाएगी।

दूसरी ओर, जल संसाधन विभाग के शीर्ष अभियंता चंद्रशेखर पाढ़ी ने कहा कि हीराकुद में 20 गेटों के माध्यम से पानी छोड़ा जा रहा है। 3 लाख 34 हजार 735 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

कल 4.5 लाख क्यूसेक पानी मुंडुली पहुंचेगा | खतरे के निशान से नीचे रहेगा | ऊपर और बारिश हुई तो गेट खोलने का निर्णय लिया जाएगा | जलाशय में जलस्तर घट रहा है | डाउनस्ट्रीम में बाढ़ की स्थिति नहीं है | रेंगाली डैम में दो गेट खोले गए हैं | डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति नहीं है |