कुंदन कुमार/ पटना। बिहार में मंगलवार को चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे मतदाता पुनरीक्षण अभियान के खिलाफ विपक्षी दलों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इसी क्रम में बिहार बंद का आह्वान किया गया, जिसका असर राजधानी पटना की सड़कों पर साफ दिखाई दिया।

जमकर नारेबाजी की

पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के समर्थकों ने सचिवालय हॉल के पास कुछ देर के लिए ट्रेन रोक दी और जमकर नारेबाजी की। पप्पू यादव ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची में संशोधन किया जा रहा है, जिससे करोड़ों लोगों का नाम काटे जाने का खतरा है। हम लोग लोकतंत्र को बचाने के लिए सड़क पर उतरे हैं। जब तक यह फैसला वापस नहीं लिया जाता, हम प्रदर्शन जारी रखेंगे।

विपक्ष का आरोप

पप्पू यादव के समर्थकों ने चुनाव आयोग को भारत सरकार की कठपुतली बताते हुए जमकर नारेबाजी की। उन्होंने मतदाता सूची से नाम हटाने को एक सोची-समझी साजिश बताया।

विपक्षी दलों के कार्यकर्ता एकजुट

इनकम टैक्स गोलंबर बना विरोध का केंद्र पटना के इनकम टैक्स चौराहे पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के कार्यकर्ता एकजुट हो रहे हैं। यहीं से कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन कर चुनाव आयोग कार्यालय तक मार्च निकाला जाएगा।

चुनाव आयोग की गुंडई

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा यह मतदाता पुनरीक्षण नहीं चुनाव आयोग की गुंडई है। यह फैसला हम नहीं चलने देंगे। इसे हर हाल में वापस लेना होगा।

पुलिस ने संभाला मोर्चा

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पटना में जगह-जगह पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है। वीरचंद पटेल पथ पर माले कार्यकर्ता भी प्रदर्शन करते नजर आए।