रामकुमार यादव, अंबिकापुर। रेलवे स्टेशन के पीछे बना रेक साइडिंग चार गांव के लोगों के दिनचर्या पर भारी पड़ रहा है. आए दिन ट्रकों की आवाजाही और बीच में लगने वाले जाम की वजह से ग्रामीण भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं. ऐसा ही एक वाकया बीती रात हुआ जब रेक साइड में एक ट्रक के फंस जाने की वजह से गांव से लेकर नेशनल हाइवे तक वाहनों की लंबी कतार लग गई.

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रेलवे स्टेशन के पीछे मालगाड़ियों से सामानों की ढुलाई के लिए रेक साइडिंग बना हुआ है, यही ठाकुरपुर सहित आमगांव, बिशुनपुर खुर्द और अजिरमा के ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है, क्योंकि यही एक मार्ग है, जिसका उपयोग ग्रामीण अपने गांव घर तक जाने के लिए करते है.

ग्रामीणों का कहना है कि जब रेलवे ने साइडिंग बनाई है तो सामान पहुंचाने के लिए रेलवे को साइडिंग तक सड़क का भी निर्माण कराना चाहिए था. चठिरमा स्थित एफसीआई गोदाम से अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन चावल पहुंचाया जाता है, लेकिन इसके लिए अजिरमा बेरियर से ठाकुरपुर मार्ग के ग्रामीण सड़क का उपयोग किया जाता है.

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़क पर पर भारी वाहनों का प्रवेश निषेध है. इसके बाद भी रेलवे और नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा नियमों की अवहेलना करते हुए इस मार्ग पर भारी वाहनों से चावल को रेक साइड पर पहुंचाने का काम करवाया जा रहा है. आलम यह है कि आज यह सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है.

आंदोलन के मूड में ग्रामीण

ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार की परेशानी से हम लोग तंग आ चुके हैं. उनकी समस्याओं को लेकर जिम्मेदार आंख मूंदे हुए हैं. ग्रामीण अब तक सब शांति के साथ बर्दाश्त करते आ रहे हैं, लेकिन अब पानी सिर से ऊपर चला गया है. जल्द कोई कदम नहीं उठाया गया तो आंदोलन कर जिम्मेदारों को जगाया जाएगा.