Bastar News Update:  दंतेवाड़ा . बारसूर में शासकीय जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत तहसीलदार से की गई है. ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार दंतेश्वरी मंदिर से लगे संग्रहालय के गढ़ पार (मेड़) के नाम से प्रसिद्ध धरोहर के पास भाजपा जिलामंत्री जसवीर नेगी ने जेसीबी से खुदाई कर अतिक्रमण किया है. इस मामले को लेकर पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष उमेश्वर पुजारी और मौजूदा कांग्रेस पार्षद हेमकुमार नाग का कहना है कि जिस गढ़ पार (गढ़ मेड़) में अतिक्रमण किया है उसका ऐतिहासिक महत्व है और यह गढ़ पार कई साल पुराना है. जब गांव के मावली माता के गुड़ी में मेला होता है तब मेला समापन के बाद देवी देवताओं को नगर भ्रमण करवाने के बाद गढ़ पार में लाया जाता है. और यह प्रक्रिया कई सालों से चली आ रही है. अतिक्रमण करने को लेकर बारसूर के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष उमेश्वर पुजारी ने सीएमओ नगर पंचायत को ज्ञापन भी दिया है. इस पर जांच करने आश्वासन मिला है.

युवाओं को मिलेगा अपने आइडिया को उड़ान देने का मौका

दंतेवाड़ा. स्टार्टअप हंट दंतेवाड़ा 2025 का आयोजन 13 अगस्त को गीदम स्थित यूथ हब में किया जाएगा. ‘शार्क टैंक’ की तर्ज पर होने वाले इस आयोजन में 16 वर्ष या उससे अधिक आयु के युवा अपने स्टार्टअप आइडिया को निवेशकों और विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत करेंगे. इस कार्यक्रम का उद्देश्य जिले में नवाचार, उद्यमिता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है. प्रतिभागियों को फंडिंग, मेंटरशिप, प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग भी मिलेगा. पंजीयन की अंतिम तिथि 20 जुलाई है. इच्छुक युवा स्टार्टअप हंट दंतेवाड़ा रजिस्ट्रेशन फॉर्म लिंक के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं.

मलेरिया मुक्त दोरनापाल बनाने गठित की गई 6 विशेष टीम

दोरनापाल. नगर पंचायत कार्यालय में सोमवार को मलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता जिला मलेरिया सलाहकार ने की, जिसमें मलेरिया की रोकथाम एवं नियंत्रण को लेकर आगामी रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा हुई.

मानसून के दृष्टिगत मलेरिया संक्रमण की आशंका को देखते हुए नगर में 6 विशेष निगरानी एवं परीक्षण टीमों का गठन किया गया है. ये टीमें वार्डवार घर-घर जाकर संभावित मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों की पहचान करेंगी, जांच अभियान चलाएंगी और आमजन को मलेरिया से बचाव संबंधी जानकारी देंगी. जिला मलेरिया सलाहकार ने निर्देश दिए कि सभी टीमों को मलेरिया टेस्टिंग किट, आवश्यक दवाएं और लार्वा खोज सामग्री से सुसज्जित किया जाए. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मलेरिया नियंत्रण जैसे गंभीर विषय में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

सक्रियता से कार्य करने की शपथ दिलाई गई

बैठक के अंत में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रियता से कार्य करने की शपथ दिलाई गई. साथ ही मलेरिया की वर्तमान स्थिति की समीक्षा, पिछले वर्षों की तुलना, भविष्य की कार्ययोजना पर भी विचार-विमर्श किया .

जागरूकता ही बचाव का प्रमुख माध्यम

इस मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष राधा नायक ने कहा कि, स्वच्छता, जागरूकता और समन्वित प्रयासों से ही हम मलेरिया जैसी बीमारी पर पूरी तरह नियंत्रण पा सकते हैं. नगर पंचायत प्रशासन इसके लिए पूर्णत: प्रतिबद्ध है.

सांसद ने किए प्राचीन शिवधामों के दर्शन

केशकाल. सावन माह के पहले सोमवार के पावन अवसर पर सांसद भोजराज नाग ने केशकाल अंचल के विभिन्न अतिप्राचीन शिवधामों में पहुंचकर पूजा-अर्चना की और क्षेत्रवासियों की खुशहाली एवं कल्याण की कामना की. सांसद नाग ने सबसे पहले केशकाल से मात्र 3 किलोमीटर दूर स्थित गढ़धनौरा गोबरहीन में ईंटों से निर्मित विशालकाय टिले पर विराजमान भव्य शिवलिंग के दर्शन किए. इसके बाद उन्होंने पास ही स्थित प्राचीन मंदिरों के भग्नावशेषों का अवलोकन किया और साल वृक्षों के बीच स्थित स्वयंभू जोड़ा लिंग की पूजा-अर्चना की. इस दौरान वहां पहुंचे श्रद्धालुओं से मुलाकात कर उन्होंने उनकी कुशलक्षेम भी पूछी.

जर्जर भवन के नीचे बैठकर भविष्य गढ़ रहे बच्चे, खतरे के साए में शिक्षा

नारायणपुर (छोटेडोंगर) . राज्य सरकार भले ही बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए तमाम योजनाएं चला रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट नजर आ रही है. जिला मुख्यालय से लगभग 43 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत छोटेडोंगर के आश्रित ग्राम मुण्डाटिकरा में संचालित शासकीय उच्च प्राथमिक शाला मुण्डाटिकरा और ज्ञान ज्योति शाला गुढ़ापारा के बच्चे जर्जर स्कूल भवनों के नीचे जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. इन स्कूलों के भवनों की हालत पिछले एक वर्ष से अत्यंत दयनीय बनी हुई है. छत से प्लास्टर झड़ चुका है, सरिया खुलकर बाहर आ गए हैं और दीवारों में लंबी-लंबी दरारें पड़ चुकी हैं. बारिश के दिनों में तो हालात और भी बदतर हो जाते हैं—छत टपकने लगती है, जिससे बच्चों की कॉपियां, किताबें और स्कूल ड्रेस तक भीग जाती हैं.

असुरक्षित माहौल में शिक्षा

इन खतरनाक हालातों में शिक्षक भी जान हथेली पर रखकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं, जबकि बच्चे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. यह स्थिति बच्चों की शिक्षा में बाधा बन रही है और उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है.

मांग: जल्द हो कार्रवाई

ग्रामीणों और अभिभावकों ने मांग की है कि संबंधित विभाग तत्काल प्रभाव से स्कूल भवन की मरम्मत या पुनर्निर्माण कराए, ताकि बच्चों को सुरक्षित और अनुकूल वातावरण में शिक्षा प्राप्त हो सके. बच्चों का भविष्य दांव पर है, और इसे नजरअंदाज करना समाज के साथ अन्याय होगा.

प्रशासन बना है मौन दर्शक

शिक्षकों द्वारा कई बार शिक्षा विभाग को इस गंभीर स्थिति से अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. ऐसा प्रतीत होता है कि शिक्षा विभाग किसी बड़ी दुर्घटना की प्रतीक्षा कर रहा है. यदि समय रहते जर्जर भवन की मरम्मत नहीं कराई गई, तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

मशरूम निकालने गए 3 ग्रामीण आईईडी से घायल

बीजापुर. जिले के मद्देड़ थाना क्षेत्र के ग्राम धनगोल के जंगल में रविवार की शाम प्रेशर आईईडी विस्फोट में 3 ग्रामीण घायल हो गए हैं. घायलों में एक नाबालिग बालिका भी शामिल है. बताया जाता है कि ग्रामीण जंगल में मशरूम निकालने गए थे. इसी बीच वे प्रेशर आईईडी की चपेट में आ गए. मिली जानकारी के मुताबिक धनगोल के कोरसे संतोष 26 वर्ष, चिड़ेम कन्हैया 24 वर्ष व कविता कुड़ियम 16 वर्ष मशरूम निकालने जंगल गए हुए थे. इसी बीच नक्सलियों द्वारा प्लांट प्रेशर आईईडी पर उनका पैर पड़ गया और विस्फोट में तीनों घायल हो गए. विस्फोट से तीनों के पैरों व चेहरे पर चोटें आई हैं. स्थानीय ग्रामीणों व पुलिस की मदद से घायलों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज जारी है.