हेमंत शर्मा, इंदौर/शिलांग। इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में न्याय की आस लगाए बैठे परिजनों को तब बड़ा झटका लगा, जब साक्ष्य मिटाने के आरोपी लोकेंद्र तोमर, बलवीर और शिलोम जेम्स को अदालत से जमानत मिली। जमानत की खबर मिलते ही राजा की मां उमा रघुवंशी की हालत अचानक बिगड़ गई और उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। ये वही मां हैं, जो हर रोज दरवाजे की ओर देखती हैं, कि शायद उनका बेटा किसी तरह लौट आए। लेकिन अब उन्हें लगने लगा है कि न्याय भी उन्हीं की तरह दम तोड़ता जा रहा है।

मां बोलीं- राजा अब भी मेरे सपनों में आता है…

आंसुओं में डूबी मां उमा रघुवंशी ने कहा कि “राजा मेरी बहू के सपनों में आया था, उसने कहा था वो लौटेगा। लेकिन जब से सुना कि जिन लोगों ने साक्ष्य मिटाए, उन्हें जमानत मिल गई, मेरा कलेजा कांप गया। मुझे अब भी कोई डेथ सर्टिफिकेट नहीं मिला, न कोई कॉल आया, न कोई जवाब। मैं खुद शिलांग जाऊंगी, बेटे के लिए न्याय मांगूंगी।

ये भी पढ़ें: बड़ी खबर: राजा रघुवंशी हत्याकांड में कोर्ट का बड़ा फैसला, 2 आरोपियों को दी जमानत

राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने लगाए ये आरोप

राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने कहा कि जिन तीन आरोपियों को जमानत मिली है, उन्हें गोविंद की शह प्राप्त है। उनका दावा है कि गोविंद की योजना राज और सोनम की शादी करवाने की है और इसके लिए वह आरोपियों को बचा रहा है। उन्होंने कहा कि “हमने डेढ़ महीने से अधिकारियों से डेथ सर्टिफिकेट की मांग की है, लेकिन अब तक कुछ नहीं मिला। आरोपी एक-एक कर छूट रहे हैं, हमें डर है कि वे छूटकर हमारे परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हमारी जान को खतरा है।”

सचिन रघुवंशी ने कहा- अगर सब छूटे तो पूरा परिवार आत्महत्या करेगा

इस मामले में राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि “अगर बाकी आरोपी भी छूट गए, तो हम पूरा परिवार आत्महत्या कर लेंगे। इसकी जिम्मेदार शिलांग सरकार की होगी।” सचिन ने बताया कि राजा की हत्या के बाद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि “केस डायरी तक कोर्ट नहीं पहुंची और आरोपी एक के बाद एक बाहर आ रहे हैं। ये सब बिना भ्रष्टाचार के नहीं हो सकता। सिस्टम का भरोसा टूटता जा रहा है।”

ये भी पढ़ें: राजा रघुवंशी हत्याकांड: भाई विपिन ने सुप्रीम कोर्ट के वकील हायर किए, बोले –सोनम को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाकर ही चैन लूंगा

अब भी सवाल वही है

  • जिस बेटे को पूरे गांव का गर्व बताया जाता था, क्या उसे न्याय मिलेगा?
  • क्या साक्ष्य मिटाने वालों को यूं ही जमानत मिलती रहेगी?
  • क्या एक पूरा परिवार टूटने से पहले कोई सुनवाई होगी?

राजा रघुवंशी का परिवार अब भी उम्मीद लगाए बैठा है। किसी ईमानदार अफसर, किसी संवेदनशील अदालत या किसी जवाबदेह सरकार की ओर से एक किरण उनके दरवाजे तक पहुंचेगी, लेकिन सवाल यही है कि कितनी देर और..?

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H