मथुरा. वृंदावन में कॉरिडोर बनने को लेकर हेमा मालिनी ने कहा था, हमारी सरकार और हम लोग कॉरिडोर बनाकर रहेंगे. जिसको जहां जाना हो जाए. उनके उस बयान के बाद ब्रज की महिलाएं खुलकर विरोध करने पर उतर गई हैं. जिसका खामियाजा ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को भी उठाना पड़ा. महिलाओं ने काली पट्टी बांधकर मंत्री का जमकर विरोध किया औऱ हाय-हाय के नारे भी लगाए. बांके बिहारी के सामने जैसे ही मंत्री एके शर्मा पहुंचे, वैसे ही सेवायतों ने पर्दा लगा दिया और दर्शन नहीं करने दिया.
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बता दें कि ऊर्जा मंत्री एके शर्मा बांके बिहारी मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे तो थे, लेकिन उन्हें महिलाओं और सेवायतों के विरोध का सामना करना पड़ा. महिलाओं ने कॉरिडोर बनाने को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन कर नारे लगाए. इस दौरान उन्हें दर्शन नहीं करने दिया गया. हालांकि, मंत्री एके शर्मा ने विरोध कर रही कुछ महिलाओं को बुलाया और उनकी समस्या सुनी और कहा, सरकार कोई भी विकास का काम जनता के हित को ही ध्यान में रखकर ही करती है.
सांसद हेमा मालिनी के बयान से बवाल
सांसद हेमा मालिनी ने कहा था कि हम बांके बिहारी जी का कॉरिडोर जरूर बनायेंगे. जिन्हें इससे दिक्कत है, वो कहीं और जाकर बस जाएं. वीडियो में सांसद कह रही हैं कि कॉरिडोर तो बनकर रहेगा और जरूर बनकर रहेगा. जो विरोध कर रहे हैं, वह वृंदावन को छोड़कर कहीं और चले जाएं. उसके बाद से प्रदर्शन और तेज हो गया है. महिलाएं खुलकर विरोध करने पर उतर आई हैं.
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150 करोड़ की धनराशि का प्रावधान
यूपी सरकार ने हाल ही में बांके बिहारी मंदिर में प्रस्तावित कॉरिडोर के लिए 150 करोड़ की धनराशि का प्रावधान किया है. इसके बाद सरकार ने हाईकोर्ट में रिव्यू पिटीशन दाखिल कर कॉरिडोर के लिए भूमि अधिग्रहण करने और मंदिर कोष में जमा राशि का उपयोग करने की अनुमति मांगी थी कोर्ट ने मंदिर के बैंक खाते में जमा धन का कॉरिडोर बनाने में उपयोग की अनुमति नहीं दी है. हालांकि HC ने सरकार को कॉरिडोर बनाने में बाधा बने अतिक्रमण को हटाने की अनुमति दे दी है. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कहा कि सरकार अपनी प्रस्तावित योजना के साथ आगे बढ़े, लेकिन यह भी सुनिश्चित करें कि दर्शनार्थियों को दर्शन में बाधा न आए.
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