द्वारका के उत्तम नगर थाना क्षेत्र के ओम विहार फेस-1 से दिल दहला देने वाला मामला, जहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी देवर के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी. 35 वर्षीय करण देव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी, जिसकी जांच पुलिस कर रही थी. शुरुआत में इसे एक करंट लगने से हुई मौत का मामला बताया गया. लेकिन कुछ दिनों बाद मृतक के भाई कुणाल देव को एक ऐसा सबूत मिला जिसने जांच की दिशा को पूरी तरह से बदल दिया. यह सबूत मृतक की पत्नी और उसके चचेरे भाई के बीच की चैट थी.
परिवार के अनुसार, करण ओम विहार फेस-1 में अपनी पत्नी सुष्मिता देव और 6 वर्षीय बेटे के साथ निवास करता था. पिछले रविवार की सुबह, सुष्मिता ने करण के माता-पिता को सूचित किया कि करण को करंट लग गया है और वह बेहोश है. इसके बाद, परिजन तुरंत उसे नजदीकी मग्गो हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद करण को मृत घोषित कर दिया.
इसके बाद परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद उत्तम नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए दीनदयाल हॉस्पिटल भेजा. हालांकि, पोस्टमार्टम को लेकर सुष्मिता और उसके चचेरे देवर राहुल देव तथा राहुल के पिता ने लगातार आनाकानी की. करण के परिवार को तब संदेह हुआ जब राहुल ने करण के छोटे भाई कुनाल को किसी काम के लिए अपना मोबाइल दिया.
कुनाल ने अपने मोबाइल में सुष्मिता और राहुल के बीच हुई चैट पढ़ी, जिससे पूरे मामले का खुलासा हुआ. इस चैट में उस रात की घटना और हत्या की साजिश के स्पष्ट सबूत मिले. इसके बाद परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसने सुष्मिता और राहुल को गिरफ्तार कर लिया. परिवार के अनुसार, सुष्मिता और राहुल का दो साल से प्रेम संबंध था.
इंस्टाग्राम पर हुई बातचीत ने हत्या की साजिश का पर्दाफाश किया. कुणाल ने इस बातचीत का वीडियो बनाकर 16 जुलाई को पुलिस को सौंप दिया. चैट से यह स्पष्ट हुआ कि पत्नी सुष्मिता ने 12 जुलाई की रात करण के खाने में 15 नींद की गोलियां मिला दी थीं. जब इन गोलियों का तुरंत प्रभाव नहीं पड़ा, तो वह चिंतित हो गई.
उसने अपने चचेरे देवर राहुल को इंस्टाग्राम पर संदेश भेजा, जिसमें लिखा कि दवा लेने के बाद मरने में कितना समय लगता है, यह एक बार देख लो. उसे खाना खाए तीन घंटे हो चुके हैं, न उल्टी हुई, न पॉटी, और न ही कोई अन्य लक्षण दिखाई दे रहे हैं. फिर अब क्या करना चाहिए? राहुल ने सुझाव दिया कि अगर स्थिति स्पष्ट नहीं हो रही है, तो उसे शॉक दे दो.
सुष्मिता ने राहुल से पूछा कि उसे शॉक देने के लिए कैसे बांधना चाहिए. राहुल ने सुझाव दिया कि टेप का उपयोग किया जाए. इसके बाद सुष्मिता ने चिंता जताई कि करण की सांसें बहुत धीमी चल रही हैं. राहुल ने कहा कि जितनी दवा है, उसे दे देना चाहिए. इस पर सुष्मिता ने बताया कि वह करण का मुंह नहीं खोल पा रही है. उसने कहा कि वह केवल पानी डाल सकती है, लेकिन दवा नहीं दे सकती. फिर उसने राहुल से कहा कि वह वहां आएं, शायद मिलकर वे उसे दवा दे सकें.
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने करण को बेहोश करने के बाद उसकी मौत को एक हादसा दिखाने के लिए उसे बिजली का झटका दिया. जब नींद की गोलियों का प्रभाव तुरंत नहीं हुआ, तो उन्होंने बिजली के झटके का सहारा लिया. उनका उद्देश्य यह था कि करण की मौत को घर में हुई किसी बिजली दुर्घटना के रूप में प्रस्तुत किया जा सके.
दोनों ने मिलकर करण की हत्या इस उद्देश्य से की ताकि वे एक साथ रह सकें और करण की संपत्ति पर अधिकार प्राप्त कर सकें. वर्तमान में उत्तम नगर थाना पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है और मामले की जांच जारी है. पुलिस ने बताया कि करण हत्या मामले में उसकी पत्नी और चचेरे भाई को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी गिरफ्तारी कुछ चैट के आधार पर की गई है. इन चैट में इलेक्ट्रिक शॉक से हत्या करने की चर्चा की गई है. मामले की आगे की जांच जारी है.
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