पटना। शहर के बाढ़ अनुमंडल में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक सरकारी शिक्षक प्रवीण कुमार को अपनी प्रेमिका सुषमा कुमारी के साथ एक कमरे में पकड़े जाने के बाद, परिजनों और ग्रामीणों के दबाव में बिना दहेज के शादी करनी पड़ी। यह घटना अलखनाथ धाम के शिव-पार्वती मंदिर की है, जहां दोनों की हिंदू रीति-रिवाजों के साथ शादी कराई गई।

एक कमरे में रंगे हाथ पकड़ लिया

जानकारी के अनुसार, शनिवार को लड़की के परिजनों ने प्रेमी युगल को एक कमरे में रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद परिजनों ने शादी का दबाव बनाया। हालांकि, प्रवीण के माता-पिता दहेज की मांग कर रहे थे, लेकिन खुद प्रवीण कुमार बिना दहेज के शादी के लिए तैयार हो गए। इसके बाद ग्रामीणों और परिजनों की मौजूदगी में मंदिर में विवाह संपन्न हुआ।

डेढ़ साल से था प्रेम-प्रसंग

प्रवीण कुमार, जो काजरथ घाट के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं, मनोहरपुर गांव के रहने वाले हैं। वहीं सुषमा बड़हिया प्रखंड के महरामचक गांव की निवासी हैं। दोनों के बीच पिछले डेढ़ साल से प्रेम संबंध चल रहा था। दोनों अक्सर छुप-छुपकर मिलते थे। इस बीच जब परिजनों को शक हुआ और उन्होंने अचानक कमरे में दबिश दी, तो दोनों को साथ में पाया गया।

मंदिर में विवाह कराया गया

इसके बाद दोनों पक्षों की रजामंदी से शिव-पार्वती मंदिर में विवाह कराया गया और अब इसे कानूनी मान्यता देने के लिए कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। दोनों वकील के पास भी गए हैं।

प्रेमिका बोली- शादी से खुश हूं

सुषमा कुमारी ने बताया कि वह पढ़ाई करती हैं और उन्होंने हाल ही में बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा भी दी थी, लेकिन उन्हें यह नौकरी पसंद नहीं है। वह शिक्षक प्रवीण कुमार से सच्चा प्रेम करती हैं और इस शादी से पूरी तरह संतुष्ट हैं। हालांकि उनका कहना है कि अगर शादी घर में धूमधाम से होती तो बेहतर होता।

इस रिश्ते से संतुष्ट हैं

प्रेमी प्रवीण कुमार ने भी कहा कि वह इस रिश्ते से संतुष्ट हैं और सुषमा को सम्मानपूर्वक अपने साथ रखेंगे। उन्होंने साफ किया कि उन्होंने दहेज की कोई मांग नहीं की थी। लड़की के भाई ने भी माना कि यह प्रेम-प्रसंग का मामला था और दोनों एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे। अब गांव में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।