PM Modi Mann Ki Baat: भुवनेश्वर. मन की बात के 124वें एपिसोड एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा की दो अनोखी पहलों का जिक्र करते हुए उन्हें देश के लिए प्रेरणादायक बताया. एक ओर जहां मयूरभंज की आदिवासी महिलाएं पारंपरिक संथाली साड़ी को नया जीवन दे रही हैं, वहीं दूसरी ओर क्योंझर जिले की एक भक्ति मंडली गीतों के जरिए पर्यावरण जागरूकता फैला रही है. प्रधानमंत्री ने इन दोनों प्रयासों की दिल खोलकर तारीफ की और कहा कि हमारी लोक परंपराएं आज भी समाज को दिशा देने की ताकत रखती हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कभी जो साड़ी लोगों की यादों से दूर हो चुकी थी, अब वही साड़ी इन महिलाओं की वजह से फिर से चर्चा में आ गई है. मयूरभंज की करीब 650 आदिवासी महिलाएं मिलकर इस पारंपरिक साड़ी को तैयार कर रही हैं और अब इससे उन्हें हर महीने अच्छी कमाई भी हो रही है.
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PM Modi Mann Ki Baat
PM Modi Mann Ki Baat (प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात)
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “ये महिलाएं सिर्फ साड़ी नहीं बना रहीं, बल्कि अपनी संस्कृति को बचा रही हैं और अपनी एक नई पहचान भी बना रही हैं.”
इसके साथ ही उन्होंने ओडिशा के क्योंझर जिले की एक और अनोखी पहल की भी तारीफ की. उन्होंने बताया कि वहाँ की एक भक्ति मंडली, राधाकृष्ण संकीर्तन मंडली, भजन और कीर्तन के ज़रिए जंगल की आग के ख़तरों को लेकर जागरूकता फैला रही है.
इस मंडली का नेतृत्व प्रमिला प्रधान नाम की महिला कर रही हैं. उन्होंने पारंपरिक गीतों में पर्यावरण संरक्षण से जुड़े संदेश जोड़ दिए हैं. अब ये मंडली गाँव-गाँव जाकर लोगों को समझा रही है कि जंगल में आग लगने से कितना बड़ा नुकसान होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है.
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प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे लोकगीतों और भजनों में जो ताकत है, वह आज भी समाज को रास्ता दिखा सकती है. ओडिशा की यह मंडली इसकी शानदार मिसाल है.”
उन्होंने यह भी कहा कि भक्ति और पर्यावरण का यह मेल आज के समय में बहुत ज़रूरी है. यह दिखाता है कि हमारी पुरानी परंपराएं आज भी नई सोच के साथ जुड़कर समाज में बदलाव ला सकती हैं.
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