Sawan Somwar: श्रावण मास का प्रत्येक सोमवार भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यंत शुभ माना गया है. आज श्रावण मास का तीसरा सोमवार है. इस दिन श्रद्धालु शिवलिंग पर जल, दूध, गंगाजल, बेलपत्र, धतूरा आदि अर्पित कर अभिषेक करते हैं. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन शिव का अभिषेक करने से जीवन के समस्त संकट स्वतः ही दूर हो जाते हैं.

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Sawan Somwar

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श्रावण मास में अभिषेक क्यों होता है इतना महत्वपूर्ण? (Sawan Somwar)

सावन के सोमवार को शिवलिंग पर जल या दूध अर्पित करना मात्र एक कर्मकांड नहीं, बल्कि आत्मिक शुद्धि और मानसिक शांति की साधना है.

शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि श्रावण मास में भगवान शिव स्वयं पृथ्वी पर विचरण करते हैं. ऐसे में जलाभिषेक करने से शिव तृप्त होते हैं और अपने भक्तों को संतान, स्वास्थ्य, धन, सौभाग्य एवं मोक्ष का आशीर्वाद प्रदान करते हैं.

अभिषेक का जल न केवल शिव को शीतलता प्रदान करता है, बल्कि यह क्रिया भक्त के मन के ताप, चिंता और नकारात्मक ऊर्जा को भी शांत करती है.

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जिस घर में होता है शिव अभिषेक, वहां नहीं टिकते दुख (Sawan Somwar)

पुराणों में कहा गया है कि जिस घर में श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव का विधिपूर्वक अभिषेक किया जाता है, वहां रोग, दरिद्रता, कलह और दुख नहीं ठहरते. ऐसे परिवारों पर महादेव की कृपा सदैव बनी रहती है.

शिव अभिषेक केवल एक पूजन क्रिया नहीं है, यह मन, तन और जीवन के ताप को शीतल करने का एक दिव्य माध्यम है.

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