रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज सुबह दिल्ली दौरे से लौट आए. तीन दिवसीय दिल्ली दौरे पर मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित सहित कई नेताओं से मुलाकात की. छत्तीसगढ़ सदन में छत्तीसगढ़ के सांसदों को भोज दिया. केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू के निवास में भी भोज पर शामिल हुए.

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30 जुलाई से 1 अगस्त मुख्यमंत्री साय का दिल्ली से व्यस्ततम और व्यापक दौरा रहा. इस दौरे के दौराज सीएम साय का संसद भवन भी जाना हुआ. जहां उन्होंने अपने कई पुराने साथियों से मुलाकात की.

केंद्रीय सत्ता और संगठन के नेताओं से मुलाकातों में छत्तीसगढ़ का विजन अंजोर@2047 का विषय तो रहा ही, साथ रजंती वर्ष में आयोजित होने 6 महीने तक के कार्यक्रम और राज्योत्सव भी रहा. और सबसे अहम रहा मंत्रिमंडल विस्तार, जो बार-बार छत्तीसगढ़ में होते-होते टल जा रहा है.

मोदी-शाह से हुई मुलाकात

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा में बताया कि दिल्ली प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के आलाकमान से भी मुलाकात हुई. छत्तीसगढ़ के विकास के संबंध में गृह मंत्री समेत सभी केंद्रीय नेताओं से सहयोग मिला.

‘बस्तर ओलंपिक’ को मिलेगी नई पहचान

मुख्यमंत्री ने बताया कि नक्सल उन्मूलन के क्षेत्र मिली सफलताओं को लेकर भी चर्चा हुई. इसके साथ ही उन्होंने बस्तर ओलंपिक को ‘खेलो इंडिया ट्राइब गेम्स’ के रूप में विकसित करने की बात कहते हुए कहा कि इससे बस्तर को नई पहचान मिलेगी. बस्तर में नक्सलवाद की समाप्ति का प्रयास जारी है.

जल्द होगी मंत्रियों की नियुक्ति

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर लगाए जा रहे कयास के बीच बड़ा संकेत देते हुए कहा कि इंतजार करिए, जल्द होगा मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. मुख्यमंत्री के भाजपा आलाकमान से मुलाकात के दौरान इस विषय पर चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है.

मंत्रियों के दो पद हैं खाली

बता दें कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 13 दिसंबर 2023 को शपथ ली थी. कैबिनेट के गठन के दौरान मुख्यमंत्री सहित 12 मंत्री थे. इनमें शामिल बृजमोहन अग्रवाल ने सांसद चुने जाने के बाद मंत्री पद के साथ विधायकी से इस्तीफा देने से मंत्रियों के रिक्त पदों की संख्या दो हो गई. इन दो पदों पर नियुक्ति के लिए न जाने कितनी बार चर्चा हुई, लेकिन कहीं न कहीं बात अटक जा रही है. लेकिन लगता है कि अबकी बार प्रधानमंत्री की मौजूदगी में ही नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण होगा.