Bihar News: फेमस शिक्षक खान सर ने आज सावन के पवित्र महीने के अंतिम सोमवार के अवसर पर एक सराहनीय पहल की घोषणा की. खान सर ने बताया कि उन्होंने जर्मनी से अत्याधुनिक डायलिसिस मशीनों का ऑर्डर दिया था, जो अब पटना पहुंच चुकी हैं. यह पहल गरीब और जरूरतमंद मरीजों को मुफ्त या बेहद कम लागत पर डायलिसिस सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से की जा रही है.

खान सर ने कहा, “सावन का महीना बहुत ही पवित्र और शुभ माना जाता है. आज इसका आखिरी सोमवार है और हम चाहते थे कि किसी नेक कार्य की शुरुआत इस दिन की जाए. इसलिए हमने डायलिसिस मशीनों के पहले बैच को आज प्राप्त किया और अब हम पूरे ज़िले में डायलिसिस केंद्र स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं.

‘CM नीतीश घोषणाओं के लिए नहीं, बल्कि निश्चितता के लिए जाने जाते हैं’, JDU नेता नीरज कुमार का बयान

उन्होंने यह भी बताया कि इन केंद्रों की स्थापना ऐसे इलाकों में की जा रही है, जहां सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं सीमित हैं और गरीब तबके के लोग महंगे निजी अस्पतालों में इलाज करवाने में सक्षम नहीं हैं. यह कदम उन परिवारों के लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है जो किडनी की बीमारी से जूझ रहे अपने परिजनों के इलाज को लेकर चिंतित रहते हैं.

उन्होंने बताया कि डायलिसिस का खर्च गरीब परिवारों के लिए असहनीय होता है, जिसमें हर महीने 50-60 हजार रुपये तक खर्च हो सकते हैं. किडनी फेल होने पर मरीज को हर बार पांच घंटे की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जिसमें रक्त को शरीर से निकालकर फिल्टर किया जाता है. गरीब मरीज इस खर्च को वहन नहीं कर पाते, जिसके कारण कई बार वे अपने परिवार के सदस्यों को खो देते हैं या उनकी जमीन-जायदाद बिक जाती है. 

बिहार पुलिस पर उठे बड़े सवाल, 36 मामलों में कुख्यात अपराधी का पटना में कैसे बन गया पासपोर्ट?

खान सर के अनुसार, आने वाले कुछ महीनों में पटना और आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में कई डायलिसिस केंद्र खोले जाएंगे. प्रत्येक केंद्र पर विशेषज्ञ डॉक्टर और प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे. इसके साथ ही मरीजों को परामर्श, दवा और नियमित जांच की सुविधा भी दी जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि हमारी कोशिश है कि किसी गरीब को इलाज के अभाव में जान न गंवानी पड़े. अगर यह पहल सफल होती है तो हम इसे पूरे बिहार में फैलाने की योजना बना रहे हैं.