रमेश सिन्हा, पिथौरा। महासमुंद जिले के पिथौरा से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत सरकड़ा की ग्राम सभा में अवैध शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया. सरपंच प्रियंका सिन्हा की अध्यक्षता में हुई ग्राम सभा में इस फैसले को 15 अगस्त से क्रियान्वित करने का निर्णय लिया गया.
सरकड़ा ग्राम पंचायत सरपंच प्रियंका सिन्हा ने बताया कि अवैध शराब के कारण गांव का माहौल खराब हो रहा है. छोटे-छोटे बच्चे शराब पीना सीख रहे हैं. लड़ाई-झगड़ा, गाली-गलौज कर रहे हैं. यहां तक लोगों का पारा-मोहल्ला से गुजरना मुश्किल हो गया है.

सरपंच ने बताया कि ग्राम सभा में लिए गए निर्णय अनुसार, ग्राम सरकड़ा में अवैध शराब विक्रय करते पाए जाने पर अवैध शराब विक्रय करने वालों को 51000 रुपए ग्राम पंचायत को देना होगा, वहीं अवैध शराब विक्रय की जानकारी देने वालों को 21000 रुपए ईनाम दिया जाएगा.
इसके अलावा ग्राम सरकड़ा में शराब के नशे में गली-मोहल्ले में दंगा फसाद करते पाए जाने पर ग्राम सभा को 21000 रुपए देना होगा. उसी राशि में से दंगा-फसाद करने की जानकारी देने वाले को 11000 रुपए देय होगा, शेष 10,000 रुपए में से 5000 ग्राम समिति फंड में और 5000 रुपए ग्राम पंचायत आकस्मिक फंड में रखे जाने का प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई है.
ग्राम सभा के उक्त बैठक में प्रमुख रूप से ग्राम समिति के अध्यक्ष एवं भाजपा के वरिष्ठ सदस्य सीताराम सिन्हा, संरक्षक लोकप्रकाश डड़सेना, पुरान सिंह ठाकुर, प्रमुख मागदर्शक पुनीत सिन्हा, कोषाध्यक्ष चैतराम सिन्हा, सरपंच प्रतिनिधि अमित सिन्हा के अलावा समिति के सदस्यों में प्रमुख रूप से जगदीश सिन्हा , कैलाश डड़सेना, गजानंद निषाद , भूषण सिन्हा, मन्नू लाल डड़सेना सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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