रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली. ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार देर रात कानून व्यवस्था की पोल खुल गई, जब चड़रई टोल प्लाजा के पास स्थित चाय की दुकान पर चार दबंगों ने रंजिश के चलते अंधाधुंध फायरिंग कर दी. गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका दहल उठा, लेकिन पुलिस कहीं नजर नहीं आई. ग्रामीणों के साहस ने बड़ा हादसा टाल दिया, वरना स्थिति और भयावह हो सकती थी.

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बता दें कि बिकई गांव के दलित युवक महेन्द्र कुमार सरोज पिछले दस साल से टोल प्लाजा के पास चाय की दुकान चलाते हैं. मंगलवार शाम को उन्होंने पड़ोस के एक युवक को दुकान पर बेवजह बैठने से रोका, जिससे विवाद हो गया. युवक का भाई आया, गाली-गलौज और धमकी देकर चला गया. रात करीब 10 बजे धमकी हकीकत में बदल गई. वह युवक तीन साथियों के साथ असलहा लेकर पहुंचा और दुकान पर हमला बोल दिया. पहले मारपीट की, फिर कई राउंड फायरिंग कर दहशत फैला दी.

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ग्रामीणों ने साहस दिखाकर हमलावरों का पीछा किया और एक को दबोचकर पुलिस को सौंप दिया. मौके से बाइक, खोखे और जिंदा कारतूस बरामद हुए. इस दौरान एक व्यक्ति घायल हो गया, जिसका सीएचसी में इलाज चल रहा है. कोतवाल संजय कुमार ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है. पुलिस ने एक हमलावर को हिरासत में लिया है, बाकी की तलाश जारी है.