राजनीतिक दलों द्वारा वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के दावों पर चुनाव आयोग का बयान आया है। भारतीय चुनाव आयोग ने इसको लेकर कहा है कि अगर यह गलतियां सही समय पर सही ढंग से बताई गई होतीं तो इन्हें दूर कर लिया गया होता। गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष मतदाता सूची में गड़बड़ियों को लेकर लगातार हमलावर हैं। वहीं, कांग्रेस के अन्य नेता भी इसको लेकर लगातार आरोप लगा रहे हैं। राहुल गांधी ने तो चुनाव आयोग के ऊपर वोट चोरी तक का आरोप लगा डाला है। पिछले दिनों विपक्षी सांसदों ने इसको लेकर मार्च तक निकाला था।

समय से उठाना चाहिए मुद्दा

चुनाव आयोग ने अपने ताजा बयान में कहा कि हाल ही में, कुछ राजनीतिक दल और व्यक्ति मतदाता सूचियों में गलतियों का मुद्दा उठा रहे हैं। इनमें पूर्व में की गई गलतियां भी शामिल हैं। आयोग ने कहा कि मतदाता सूचियों से संबंधित कोई भी मुद्दा उठाने का उपयुक्त समय उस चरण के दावे और आपत्तियों की अवधि के दौरान होता। यह सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के साथ मतदाता सूचियां साझा करने के पीछे का उद्देश्य है। इन मुद्दों को सही समय पर सही माध्यमों से उठाया जाना चाहिए था। अगर ऐसा हुआ होता और यह गलतियां सही होतीं तो संबंधित एसडीएम, ईआरओ इन गलतियों में सुधार कर लेते।

राहुल गांधी शुरू कर रहे वोटर अधिकार यात्रा

इस बीच लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ऐलान किया है कि वो ‘वोट चोरी’ के खिलाफ रविवार से सासारम से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू करेंगे। इसमें बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और इंडिया गठबंधन के कई अन्य नेता शामिल होंगे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की इस यात्रा में बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसएआईआर) के मुद्दे को भी उठाया जाएगा। राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा में 16 दिन में 20 जिलों में कुल 1,300 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी।

राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि हम वोटर अधिकार यात्रा लेकर जनता के बीच आ रहे हैं। यह सबसे बुनियादी लोकतांत्रिक अधिकार- ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ की रक्षा की लड़ाई है। संविधान को बचाने के लिए बिहार में हमारे साथ जुड़िए।