रिपोर्ट कुंदन कुमार, पटना। बिहार में अब पूर्व सैनिकों को ऑनलाइन योजनाओं का लाभ मिलेगा। विश्वविद्यालय में गार्ड पद पर पूर्व सैनिक ही नियुक्त हो सकते हैं। पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए राज्य सरकार की सभी योजनाएं ऑनलाइन उपलब्ध होगी। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए अब इन्हें सैनिक कल्याण निदेशालय का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा शिक्षा अनुदान वैवाहिक अनुदान और पीएम मेधावी छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं का लाभ ऑनलाइन मिलेगा।

फंड से 20 लख रुपए दिए गए

इसके लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की खरीद को स्टेट एक्स सर्विसमैन बेनिफिट फंड से 20 लख रुपए दिए गए हैं। पटना जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है करीब 5000 पूर्व सैनिकों को डायल 112 में वाहन चालक बनाया गया है। साथ ही राज भवन सचिवालय में निर्णय लिया है कि राज्य के सभी विश्वविद्यालय में गार्ड के पद पर पूर्व सैनिकों की नियुक्ति होगी। हाल ही में राज भवन में छह पूर्व सैनिकों को ड्राइवर की नौकरी दी गई है बैठक के बाद राज्यपाल सचिवालय ने निर्देश जारी किए हैं।

आश्रितों को सहयोग देना उद्देश्य

बता दें कि जिला सैनिक कल्याण कार्यालय पटना का मुख्य उद्देश्य पूर्व सैनिकों, विधवाओं एवं उनके आश्रितों को सहयोग उपलब्ध कराना है। इस कार्यालय के माध्यम से न केवल पूर्व सैनिकों की समस्याओं का समाधान किया जाता है बल्कि उनके पुनर्वास और कल्याण की योजनाओं को भी लागू किया जाता है।

शिक्षा से जुड़ी समस्याओं को दूर करना

कार्यालय की ओर से पूर्व सैनिकों को विभिन्न पेंशन योजनाओं, सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने, रोजगार उपलब्ध कराने और बच्चों की शिक्षा से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद की जाती है। इसके अलावा, शहीद सैनिकों के आश्रितों को विशेष सुविधा दिलाने और उन्हें केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं से जोड़ने का कार्य भी इसी विभाग के तहत किया जाता है।

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