Rajasthan News: राजस्थान के सीकर जिले के रींगस कस्बे में एक अनोखा मंदिर है, जिसके बारे में मान्यता है कि यहां की मूर्ति से कभी आवाज आती थी. कहा जाता है कि जब भी कस्बे में चोर-डाकू हमला करते थे, तो मंदिर से अचानक तेज आवाज गूंज उठती थी. यह आवाज सुनकर लोग जाग जाते थे और बदमाश डरकर भाग जाते थे.

तीन देवता करते थे संवाद
स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, रींगस (शेखावाटी) के तीन प्रमुख देवता आपस में संवाद करते थे श्मशान के भैरो बाबा, बूची शक्ति मां और आमली वाले बालाजी. वरिष्ठ पत्रकार गोविंद शर्मा के मुताबिक, रींगस को शेखावाटी का तोरण द्वार कहा जाता है. यहां जयपुर और शेखावाटी के शासकों के बीच युद्ध होते रहते थे. युद्धभूमि के पास ही भैरो बाबा का मंदिर है और उससे करीब 1 किलोमीटर दूर बूची शक्ति मां का मंदिर स्थित है.
आपदा आने पर मिलते थे संकेत
मान्यता है कि जब भी कोई आपदा आती थी, बूची शक्ति मां आवाज देकर लोगों को चेतावनी देती थीं. किंवदंती के अनुसार, एक बार कुछ डाकुओं ने भक्त का रूप धारण कर मूर्ति के कान और नाक के कुंडल निकाल लिए थे. तभी से मंदिर से आवाजें आना बंद हो गईं. हालांकि ग्रामीणों का विश्वास है कि संकट आने पर मां जरूर कोई न कोई संकेत देंगी.
हर साल लगता है मेला
यह मंदिर वैश्य समाज के मित्तल और गर्ग गोत्र की कुलदेवी माना जाता है. देशभर से इन गोत्रों के लोग यहां दर्शन करने आते हैं. हर साल 1 और 2 सितंबर को यहां मेला भरता है, जिसमें श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या उमड़ती है.
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