शिवम मिश्रा, रायपुर। साय मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्यपाल रमेन डेका ने अपने बयान से उत्सुकता बढ़ा दी है। राज्यपाल डेका ने हाल ही में कहा था, “कुछ तो होने वाला है,” जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि “राज्यपाल ने कह दिया है, तो कल कुछ बड़ा होगा।” मुख्यमंत्री साय ने भी बड़ा बयान देते हुए कहा, “आप लोगों के इंतजार की घड़ी पूरी हो रही है। जल्द ही बड़ा फैसला सामने आएगा, बस देखते जाइए…”

बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। राजभवन में रेड कार्पेट बिछाने से लेकर सभी गणमान्य व्यक्तियों की सूची तैयार कर ली गई है। नए मंत्रियों के लिए तीन सफेद फॉर्च्यूनर गाड़ियों की भी तैयारी हो चुकी है। इनमें से दो गाड़ियां CG 02 AF 0009 और CG 02 AV 0005 तैयार हो चुकी हैं, जबकि तीसरी गाड़ी फिलहाल ट्रायल पर है।
सूत्रों की जानकारी के अनुसार, संभावित नए मंत्रियों के नामों में अंबिकापुर से राजेश अग्रवाल, आरंग से गुरू खुशवंत सिंह, और दुर्ग से गजेंद्र यादव शामिल हैं। इससे पहले चर्चा में अमर अग्रवाल, पुरंदर मिश्रा और राजेश मूणत के नाम शामिल थे।
हरियाणा मॉडल लागू होने की संभावना
छत्तीसगढ़ में अब तक मुख्यमंत्री सहित 13 मंत्री बनाए गए हैं। वहीं, वर्तमान भाजपा सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री सहित कुल 12 मंत्री बनाए गए थे, यानी एक मंत्री का पद पहले से ही खाली रखा गया था। इसके अलावा, सांसद बनने पर स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी इस्तीफा दिया, जिससे कुल 13 में से दो मंत्री पद खाली हो गए। फिलहाल मुख्यमंत्री सहित कुल 11 मंत्री कार्यरत हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, हरियाणा मॉडल लागू होने की संभावना है। हरियाणा में 90 विधायक हैं और वहां मुख्यमंत्री सहित 14 मंत्री बनाए गए हैं। छत्तीसगढ़ में भी कुल 90 विधायक हैं, इसलिए चर्चा है कि हरियाणा की तर्ज पर यहाँ भी 13 की जगह 14 मंत्री हो सकते हैं, यानी आगामी मंत्रिमंडल विस्तार में 3 नए मंत्री शामिल किए जा सकते हैं।
जानकार बताते हैं कि मंत्रियों की संख्या राज्य के कुल विधायकों की संख्या पर निर्भर करती है। नियम के अनुसार, किसी भी राज्य में कुल विधायकों का 15 प्रतिशत मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। हरियाणा में यह 13.5 के करीब आता है और इसलिए मुख्यमंत्री सहित 14 मंत्री बनाए गए। वहीं छत्तीसगढ़ में भी 90 विधायक हैं, लेकिन अब तक केवल 13 विधायकों को ही मंत्रिमंडल में जगह दी जाती रही।
साय कैबिनेट में फिलहाल मुख्यमंत्री सहित कुल 11 मंत्री
नाम | विभाग |
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विष्णु देव साय | सामान्य प्रशासन, खनिज साधन, ऊर्जा, जनसंपर्क, वाणिज्यिक कर (आबकारी), परिवहन, अन्य विभाग जो किसी मंत्री को आवंटित न हो |
अरुण साव | लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, विधि और विधायी कार्य, नगरीय प्रशासन |
विजय शर्मा | गृह एवं जेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी |
राम विचार नेताम | आदिम जाति विकास, अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, कृषि विकास एवं किसान कल्याण |
दयाल दास बघेल | खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण |
केदार कश्यप | संसदीय कार्य, वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता |
लखन लाल देवांगन | वाणिज्य और उद्योग, श्रम |
श्याम बिहारी जायसवाल | लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, बीस सूत्रीय कार्यक्रम |
ओ.पी. चौधरी | वित्त, वाणिज्यिक कर, आवास एवं पर्यावरण, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी |
लक्ष्मी राजवाड़े | महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण |
टंकराम वर्मा | खेलकूद एवं युवा कल्याण, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन |
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