सुशील खरे, रतलाम। हमेशा विवादों में रहने वाला सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग के हॉस्टल इन दिनों फिर चर्चा में हैं। इस बार कारण है बाजना का आदिवासी कन्या छात्रावास। जहां पर एक दो नहीं बल्कि 35 छात्राएं बीमार हो गई। जिन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया और बोतल चढ़ाकर जबरन वापिस हॉस्टल भेज दिया।
4 कमरों में लगभग 170 छात्राएं
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत में आया और उन्हें वापिस भर्ती किया गया, जहां उनका उपचार जारी है। लेकिन आदिवासी विभाग की सहायक आयुक्त रंजना सिंह इस मामले में कुछ भी कहने से डर रहीं है। क्योंकि बताया जा रहा है कि 4 कमरों में लगभग 170 छात्राएं रह रही थी और बारिश के ठंडी मौसम में सभी रोज ठंडे पानी से नहाने के कारण बीमार हुई हैं।
फूड पॉइजनिंग की आशंका
जिला पंचायत सदस्य शरद डोडियार मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि पूरी रात भर बच्चियों के इलाज में तत्पर रहे हैं। एक साथ 35 बालिकाएं बीमार हुई थी। प्रारंभिक तौर पर फूड पॉइजनिंग की आशंका है।
इस मामले में स्थानीय मीडिया से चर्चा में बीएमओ से बच्चियों के अचानक बीमार होने का कारण जानना चाहा। लेकिन उन्होंने टालमटोल जवाब देते हुते मौसमी बीमारियों का हवाला दिया बीमार बच्चियों की संख्या भी कम बताई गई गई।
इधर पीएम श्री एकलव्य विद्यालय के जिम्मेदारों ने अपने अपने मोबाइल भी बंद कर दिए है व विद्यालय के गेट पर ताला भी लगा दिया गया है। घटना के बाद स्कूल प्रशासन ने स्कूल का ताला लगा दिया था। जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद पुलिस ने स्कूल पहुंचकर लगा ताला खुलवाया व प्रिंसिपल से घटना की जानकारी ली। इस दौरान सैलाना एसडीएम मनीष जैन भी मौके पर पहुंचे।
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